साहित्य
आगमन संदेश प्रिय के
साँवरी भूरि धरा पर, नथ सजा जौ की सुनहरी, चाँद की बिछिया बना कर भेंटता फागुन , लाल दुल्हन की चुनर मे, पीत स्वर मंगल-ध्वनि मे, नील डोली की गति मे , घोलता फागुन, चटक नारंगी पुहुप के, सरस वंदनवार बनकर नव – वधु के आगमन पर डोलता फागुन , श्यामवर्णी कोकिला और, हरित शुक…
प्रकाश शिन्दे की ‘आस-प्रयास’ दिखाती है कि दुनिया में अच्छे लोग भी हैं
(ग्वालियर हलचल सम्पादक प्रदीप मांढरे से ‘आस प्रयास’ नाटक के लेखक श्री प्रकाश शिंदे की विशेष वार्ता)प्रदीप मांढरे ग्वालियर हलचल ग्वालियर, 19 सितम्बर। 50 वर्षीय प्रकाश शिन्दे मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ग्वालियर में कार्यरत हैं। पिछले 10 साल से वह अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी के इलाज में दिन- रात एक कर रहे थे । दुर्भाग्य से…
महाराष्ट्र के जितेंद्र थोरात नेपाल के अंतरराष्ट्रीय हिंदी काव्यरत्न पुरस्कार से सम्मानित
14 सितम्बर को राष्ट्रभाषा हिंदी दिवस पर नेपाल की सु-विख्यात साहित्यिक संस्था नेपाल लुंबिनी में एक प्रसिद्ध संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा हिंदी दिवस पर ऑनलाईन नि:शुल्क अंतर्राष्ट्रीय हिंदी कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश यथा –नेपाल, भारत, कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और तंजानिया से 6742 रचनाकारों की सहभागिता रही। उत्कृष्ट…
भारतीय शिक्षण मंडल, काशीप्रांत और वाणिज्य संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला ‘शोध आनंदशाला’ : ‘फन्डामेंटल आफ सोशल साइंसेज रिसर्च’ का आयोजन।
कई विषयों के शोधार्थियों को मिला मार्गदर्शन वाराणसी, स्थानीय संवाददाता, 23 जुलाई “जिज्ञासा ही शोध का मूल है। यह जिज्ञासा किसी सैद्धांतिक प्रश्न से उत्पन्न हो सकती है तो कभी कल्पनाशक्ति एवं व्यावहारिक जीवन की समस्याओं से पैदा हो सकती है। शोध पूर्वज्ञान की सीमाओं को रेखांकित करते हुए अनुत्तरित प्रश्नों का उत्तर देने का…
नाटिका : “मिच्छामी दुक्कडम “
पात्र परिचय: 1 नव्या एक स्कूल गर्ल। उम्र 17 वर्ष2_ नीलू कॉलेज गर्ल उम्र 18 वर्ष3_झलक कॉलेज बॉय उम्र 20 वर्ष4_ मां उम्र 50 वर्ष5 पिता उम्र 54 वर्ष 6 नाना जी (बूढ़े आदमी साधु यानी भिक्षु वेश में) उम्र 75 वर्ष7_ नानी जी (बूढ़ी महिला साध्वी वेश में श्वेतांबरी सफेद साड़ी पहने हुए, मुंह…
आत्महत्या कोई विकल्प नहीं
नीट की परीक्षा उत्तीर्ण ना कर पाने के कारण स्वाति बहुत उदास हो गई थी। कुछ नंबर की ही कमी रह गई वरना पेपर निकल जाता। यह उसका तीसरा प्रयास था उसे पूरी उम्मीद थी कि इस बार क्वालीफाई कर लेगी। ऊपर से समाचारों में नीट की पारदर्शिता पर उठे सवालों से उसका मन और…
डॉ.राहुल को विजया स्मृति गौरव सम्मान
शताब्दी-पुरुष प्रो. रामदरश मिश्र ने भारतीय साहित्य एवं कला-सांस्कृतिक प्रतिष्ठान ‘शब्दसृष्टि’, मुम्बई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. राहुल को “विजया स्मृति गौरव सम्मान”(शाल और प्रतीक चिन्ह सहित) प्रदान किया। इस अवसर पर साथ में हैं- डॉ. ओम निश्चल,शब्दसृष्टि के निदेशक और मनोहर मीडिया संचालक प्रो.मनोहर प्राचार्य डॉ.मुकुन्द आंधलकर और मीडिया सचिव सुश्री आशा रानी।यह सम्मान समारोह…
ग्लोबल वार्मिंग प्रमुख वैश्विक समस्या
ग्लोबल वार्मिंग वर्तमान समय की प्रमुख वैश्विक पर्यावरणीय समस्या है। यह एक ऐसा विषय है कि इस पर जितना सर्वेक्षण और पुनर्वालोकन करें, कम ही होगा। आज ग्लोबल वार्मिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिज्ञों, पर्यावरणविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं वैज्ञानिकों की चिंता का विषय बना हुआ है। ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी ही नहीं बल्कि पूरे ब्रह्मांड की…
बढ़ती जनसंख्या विकास में बाधक है इसे रोकना जरुरी : लाल बिहारी लाल
================================================================ आज जनसंख्या रोकने के लिए सबको शिक्षा होनी चाहिये जिससे इसे कम करने में मदद मिलेगी शिक्षा के साथ-साथ जागरुकता की सख्त जरुरत है ताकि देश उनन्ति के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ सके । वर्ष 2021 में असम सरकार इस ओर सख्त पहल की है और उ.प्र. सरकार भी आज जनसंख्या स्थिरिकरण…
गीतों के होठों पर
फिर वही यादों की बारिश,वही गम का मौसम। जाने कब झूम के आएगा प्यार का मौसम। ख्वाबों के ताजमहल, रोज बना करते हैं, वादों के शीश महल, चूर हुआ करते हैं। फिर वही टूटी उम्मीदों के खंडहर सा मौसम, जाने कब झूम के आएगा प्यार का मौसम। चांदनी आती नहीं, चांद भी नहीं आता, तारों…