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बाल गोपाल छवि अति सुंदर

मंजू लता (राजस्थान) बाल गोपाल छवि अति सुंदर,सभी का मन मोहने वाली,कमल के समान सुंदर नयन ,मुस्कान जैसे चन्द्रमा की चाँदनी,और झांकते मोती जैसे दाँत ,अति सुंदर ,अति सुंदर। माथे पर मोर पंख मुकुट ,गले में वैजयंती माला ,कानों में कुण्डल,पीताम्बर धारण कर ,पावों में पैंजनिया ,कमर पर करधनी रूनझुन करती,ठुमक ठुमक कर चलते ,बड़े…

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अफ़गानिस्तान-तालिबान :

लेखक: कुमार शैल। साया बनकर साथ चलेंगे,इसके भरोसे मत रहना। अपने हमेशा अपने रहेंगेइसके भरोसे मत रहना।। आज पूरी दुनियां अपनी नजरें अफगानिस्तान पर टिकाए हुए है, कोई कहता है कि ये अमेरिका की हार है तो कोई कहता है कि ‘जो वाइडेन’ की हार है, एक प्रश्न उठता है कि आखिर अमेरिकी सैनिक वापस…

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सादा जीवन

त्याग दे हाय !हाय !को  और की लालसा तेरी  दुखी करेगी जीवन तेरा  जितना है सब्र कर उसमें  और की चाहत का फेर  जो है जाएगा उससे भी  रहना अगर सुखी है सदा जीवन अपना ले  जितना सादा जीवन  उतने रहोगे खुश  धन के चक्कर में  शरीर से हाथ धो लोगे  होगा सादा जीवन तो…

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मानव उत्थान के संकल्प से बेहतर कोई विकल्प नहीं

कविता मल्होत्रा किसी भी देश की संस्कृति मन्नतों के धागों की आस्था पर नहीं बल्कि मानवीय उत्थान के संकल्पों पर चल कर ही दिव्यता की ओर अग्रसर होती है। ✍️ बांधे इस बार आशीष का धागा रहे न कोई भी मानव मन अभागा ✍️ लगभग दो वर्ष से समूचा विश्व महामारी के विध्वंसक परिणामों की…

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स्वतंत्रता दिवस धिक्कार कर कहता है

डॉक्टर सुधीर सिंह आजाद भारत में आर्थिक आजादी नहीं, किंतु आजादी का ढिंढोरा लोग पीटते हैं। स्वतंत्रता दिवस  धिक्कार  कर कहता है, भारत में गुलाम सा  गरीब  क्यों रहते हैं? भ्रष्टाचार ने छीना है वंचितों की आजादी, गरीब कोऔर ज्यादा गरीब बना दिया है। भ्रष्टाचारियों  के रूतबा का कहना क्या? गोरखधंधेवाजों का  सम्मान बढ़ गया…

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राष्ट्र-गीत : पहरुये ! सावधान रहना…

घर   में  सेंध   लगाने   की  वे  फिर  करते   तैयारी,             पहरुये !  सावधान   रहना। पश्चिम सीमा   पर   खतरा  है,पूरब   में  मत  डोल, अभी रात   बाकी है   कितनी   धीरे- धीरे      बोल, कल जो हाल हुआ हम सबका,उसका दुख है भारी,            पहरुये !  सावधान   रहना। तुमने   कितने धोखे   खाए  विश्वासों   में    पड़कर, ये व्यापारी   नहीं,   न…

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आओ करे ये सतत प्रतिज्ञा

नारी को सम्मान नहीं तो बताओ क्या दोगे बेटी को घर में मान नहीं तो बतलाओ क्या दोगे एक घर सुधरने से बोलो क्या बदलेगा हर सोच बदलने का प्रण बोलो कब लोगे 🌹☘️ जब तक सारी कायनात ना बदले तो सब बेकार जब तक अर्न्तमन ना स्वीकारे हर तरफ है हार हर तरक्की हर…

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मेरे गोपाल : अर्चना त्यागी

एक छोटे से गांव में मोहन अपनी मां के साथ रहता था। एक छोटा सा खेत था उनके पास। उसमें फसल उगाकर मां मोहन की परवरिश कर रही थी। मोहन एक होनहार छात्र था। कक्षा में हमेशा प्रथम आता।मेहनत से पढ़ाई करता। जो समय बचता उसमें मां की काम में सहायता कर देता। पिता का…

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सम्पादकीय : मनमोहन शर्मा ‘शरण’

आप सभी को भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं अनन्त शुभकामनाएं ।         राष्ट्रीय स्तर पर लालकिले पर हर वर्ष की भांति बहुत भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ । प्रधानमंत्री  जी ने बहुत बड़ा भाषण भी दिया । राज्य स्तर पर भी सभी सरकारें मनाती हैं तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं भी देशभक्ति से ओतप्रोत…

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भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में गांधी जी का अमूल्य योगदान : लाल बिहारी लाल

मुगल साम्राज्य से जब सता अंग्रैजो के हाथ में गई तो पहले अंग्रैजों का व्यापारिक उदेश्य था पर धीरे-धीरे उनका राजनैतिक रुप भी समने नजर आने लगा। और वे अपने इस कुटिल चाल में कामयाब भी हो गये । धीरे –धीरे उनके क्रिया-कलापों के प्रति जनमानस में असंतोष की भावना पनपने लगी इसी का परिणाम सन…

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