त्याग दे हाय !हाय !को
और की लालसा तेरी
दुखी करेगी जीवन तेरा
जितना है सब्र कर उसमें
और की चाहत का फेर
जो है जाएगा उससे भी
रहना अगर सुखी है
सदा जीवन अपना ले
जितना सादा जीवन
उतने रहोगे खुश
धन के चक्कर में
शरीर से हाथ धो लोगे
होगा सादा जीवन तो
उधार ना लेना पड़ेगा
कर्जा तो दुखों का कारण है
सादा जीवन होता सस्ता है
दिखावे के चक्कर मैं
सुख से वंचित रह जाएगा
मिटा दे इस ओर की लालसा को
सीमा रंगा
हरियाणा