नरेन्द्र ( एक सामान्य नागरिक ) से नरेन्द्र मोदी ( प्रधान मन्त्री ) तक ”
भारत के लोकप्रिय प्रधान मंत्री को प्रेषित हैं, एक सामान्य नागरिक के परामर्श -विचार।
यदि इन पर दृष्टि डाल लें तो निश्चित होगा , भारतीय विकास में एक अद्भुत चमत्कार।।
सर्वप्रथम देश की सीमाओं को आधुनिकतम रूप से सुरक्षित कीजिये।
सत्तर वर्षों से चली आ रही- आरक्षण -नीति को भी अब बंद कीजिये।।
समस्त विश्वविद्यालयों से राजनीतिक पृष्टभूमि के बंद करो चुनाव।
तथा देश की सम्पूर्ण नदियों को -एक राष्ट्रीय संस्था करे रखरखाव।।
समस्त नदियों को परस्पर ऐसी वैज्ञानिक प्रणाली से जोड़ा जाये।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों को सूखाग्रस्त क्षेत्रों की ओर —— मोड़ा जाये।।
सरकारी और पब्लिक विद्यालयों का किया जाये एकीकरण।
ताकि प्रत्येक धनी- निर्धन का जीवन बने समान-समीकरण।।
न्यायपालिकाओं को करने दो-शीघ्र,निष्पक्ष व् निर्भीक न्याय।
अपराधी को तुरत कठोरतम दण्ड मिलेगा तो नहीं होगी हाय-हाय।।
चुनाव से पहले नेताओं को सेना में दो वर्ष का अनुभव हो ज़रूरी।
इससे राजनीती विशुद्ध होगी तथा सैनिकों को भी ख़ुशी होगी पूरी।।
भारतवर्ष के सभी राज्यों का स्तर होना चाहिए एक समान।
चाहे करने पड़े कितने ही संशोधन , निखरेगा संविधान।।
देश में फैले बाबा-मंडलऔर जाति-प्रकरण का बहिष्कार।।
बुल्लेट ट्रेन से पहले,भारतीय रेल-व्यवस्था में हो शीघ्र सुधार।।
अब करो मेह्गाई कम और स्वदेशी खाओ-पहनो का हो प्रचार।
सेना के अधिकार बढ़ाओ और विदेशी वस्तुओं का हो बहिष्कार।।
प्रिय प्रधानमंत्री जी,विदेश-यात्राओं के कुछ अनुभव अपनाओ।
काला धन पकड़ो और भारत में स्वदेश-प्रेम की लहर जगाओ।
भारत में ही है सोने की चिड़िया,इसे मगरमच्छों से बचाओ।।
=========== नरेन्द्र कुमार चावला ( योगाचार्य ), सेवामुक्त प्राध्यापक ==========