पंकज कुमार मिश्रा, राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार जौनपुर यूपी
पिछले सत्तर सालों में उत्तर और दक्षिण भारत की जो खाई खोदी गई थी उसका विरोध था। ये विरोध सनातन का था, भाजपा की हिंदुत्ववादी विचारधारा का था। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी सेंट्रल चेन्नई, साउथ चेन्नई सहित 10 लोकसभा सीटों में दूसरे नम्बर की पार्टी बन गई।श्रीलंका का सीलोन, उड़ीसा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से भी इसमें शामिल है। जस्टिस पार्टी और डीएमके इसकी इसकी मांग का का समर्थन करने वाली प्रमुख राजनीतिक पार्टियां है।अन्नमलाई की कोयम्बटूर सीट पर बीजेपी को आज तक के सबसे ज्यादा वोट मिले। ये उस भरोसे के दम पर मुमकिन हुआ जो मोदी ने अन्नमलाई पर जताया था। बीजेपी तमिलनाडु में घुस चुकी है। केरल में बीजेपी ने पहली बार एक सीट जीत कर अंगद पांव जमा दिया है। वोट शेयर 3% से बढ़कर 16% हो गया है। तेलंगाना में बीजेपी ने 8 सीटें जीतकर अलगाववादी पार्टियों के लिए खतरे की घण्टी बजा दी है। 2018 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई गए तो उन्हें बड़ी संख्या में उन्हें काले झंडे दिखाए गए। उनके काफिले की राह में मोदी वापस जाओ लिखे बैनर लहराने के लिए हज़ारों लोग इकट्ठा हुए थे। जब प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर में सवार हुए तो भीड़ ने उनके पीछे काले गुब्बारे उड़ाए थे। यह व्यक्तिगत विरोध से ज्यादा उत्तर भारतीयों के प्रति उनकी ईर्ष्या थी। कर्नाटक में बीजेपी सरकार बना ही चुकी है, वहां भाजपा का बड़ा कैडर और बड़ा वोट शेयर है। उड़ीसा में खुद के दम पर भाजपा की सरकार बन गई और आंध्रप्रदेश में सहयोगी दलों के साथ भगवा लहरा रहा है। आंध्रप्रदेश की ये तस्वीर भारत की कुछ सबसे खूबसूरत तस्वीरों में से एक है। इस तस्वीर ने लिबरलों की सुलगा रखी है।
तस्वीर में कोई खास रंग नहीं है, बस एक खास व्यक्ति है, जिसने अपने प्रयासों से उत्तर भारत बनाम दक्षिण भारत के एजेंडे की हवा निकाल दी है। इस तस्वीर में सनातन हिन्दू धर्म के प्रतीक चिह्न स्नेह और सम्मान से एक दूसरे से गले मिल रहे है। इस तस्वीर में दक्षिण भारत में हिन्दुओं की झुठलाई जाती रही संस्कृति के पुनर्जीवित होने की उम्मीदों की हवा चल रही है। इस हवा में अलग द्रविड़नाडु के एजेंडे को हवा में उड़ा दिया है। इसी हवा ने तथाकथित बुद्धिजीवियों और समुदाय विशेष के गिरोह के दिलों और स्थान विशेष में सुप्त पड़े, शोलों को जगा दिया है। तस्वीर में कुछ भी नकारात्मक नही है सिवाय इसके कि इसमें चलने वाली हवा का रंग हरा नहीं है, सिवाय इसके कि तस्वीर में अब काले झंडे, मोदी गो बैक के बैनर और काले गुब्बारे नहं है। यह तस्वीर दक्षिण भारत मे हिन्दू एकता और पुनर्जागरण की सबसे उजली भगवा किरण है। यह तस्वीर उत्तर और दक्षिण भारत के धार्मिक रूप से एक होने का शंखनाद है।