‘उत्कर्ष मेल’ के सभी पाठकों को नववर्ष 2022 की शुभकामना देता हूँ और प्रभु के श्रीचरणों में निवेदन करता हूँ कि सभी देशवासियों को मन–बुद्धि–कौशल से दृढ़तापूर्वक संकल्प के साथ कार्य करने की शक्ति दें । सभी स्वस्थ रहें, सुखी हों ऐसा आशीर्वाद प्रदान करें ।
नव वर्ष का उत्साह एक तरफ है और कोरोना के नए वेरिएंट ‘ऑमीक्रान’ का सिर उठाना दूसरी तरफ है । आशंका जताई जा रही है कि ऑमीक्रान ही तीसरी लहर की दस्तक है । कोरोना के केस फिर बढ़ने लगे हैं, जिनमें आमीक्रान की संख्या भी बढ़ती जा रही है । अभी प्रारंभ में तो हम यह कह सकते हैं जो डॉक्टरों द्वारा भी कहा जा रहा है कि यह दूसरी लहर जैसा भयानक रूप नहीं ले पाएगा । पहले से हम होशियार भी हैं, सजग भी और राष्ट्रीय एवं प्रदेश की सरकारें योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही हैं । हाँ, हमें दोहरा चरित्र् नहीं रखना है कि एक ओर हम 20 लोगों से अधिक संख्या में किसी भी आयोजन में एकत्र् नहीं हो सकते हैं । दूसरी ओर हमारी चुनावी रैलियों में भीड़ जुटाने की होड़ लगी रहती है जिनमें कोरोना गाइडलाइन्स का पालन कर पाना संभव ही नहीं हो पाता है । चुनाव आयोग पार्टियों से विचार विमर्श कर अपना निर्णय ले रहा है कि चुनाव समय पर ही संपन्न होंगे । सही है, किन्तु देश–काल–परिस्थितियों को भी संज्ञान में लेना चाहिए ।
उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब आदि प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने हैं जहां सभी दल अपनी क्षमतानुसार जोर लगा रहे हैं । जनता को यह परखना होगा कि वास्तव में समाज के हित की बात कौन कर रहा है । जनता से जुड़े मुद्दों वाले विषयों को कौन उठा रहा है और क्या समाधान प्रस्तुत करने की बात कही जा रही है । क्योंकि लोप लुभावन वायदों की बरसात तो होगी पर उन पर खरा कौन उतरता है, वही देखना होता है । इसी को लेकर कह दिया जाता है कि आपकी जीत आपके हाथ में है । जनता द्वारा उनके ही अपने बहुमूल्य मतों द्वारा चुनकर सरकार बनती है । अपने किए पर पछताना न पड़े इसलिए सोच–समझकर निर्णय करें ।
मित्रें नव वर्ष 2022 में ‘उत्कर्ष मेल’ (राष्ट्रीय पाक्षिक) का यह अंक 12वें वर्ष का द्वितीय अंक है । यह प्रभु कृपा और आप सभी की शुभकामनाओं का प्रतिफल है ।