पत्तों की ताली
अमरैया की छांव तले नन्हे नन्हे ,पांव चले । हरी-भरी, डाली में झूमे बचपन जिसकी ,गोद पले । मीठे फल और ठंडी छांव बरगद वाला, मेरा गांव । लट देखो ,धरती को चूमे मस्ती में वो सर- सर झूमे । ज्यो मतवाली नाव चले अमरैया की छांव तले। नन्हे नन्हे पांव चले। फल हैं जैसे,…