साहित्य
भारत की एकता शांति समृद्धि और विकास का संकल्प हो
कविता मल्होत्रा (संरक्षक , स्तंभकार, उत्कर्ष मेल) भारत की आज़ादी का जश्न मनाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहरा देने भर से किसी भी भारतवासी का अपने राष्ट्र के प्रति दायित्व पूरा नहीं हो जाता।भारत की एकता, शांति, समृद्धि और विकास का प्रतीक तिरंगा फहराना कोई रस्म नहीं बल्कि अपने देश के प्रति रक्षात्मक प्रवृत्ति का…
कनाडा दिवस पर संस्मरण – ए – संवाद का सफल आयोजन
वैकुंवर कनाडा से “मनस्विनी” किचन से कलम तक ग्रुप का एक और सफल आयोजन सम्पन्न हुआ।वैकुंवर कनाडा में शिखा पोरवाल व अस्मिता लॉरेंस ने एक अनूठी शाम ‘संस्मरण – ए – संवाद’ (आपकी मेरी कहानी] अप्रवासी भारतीयों की आपबीती अपनी जुबानीकार्यक्रम का मनस्विनी तथा अनुराधा प्रकाशन के पटल पर लाइव दिखाया गयाकार्यक्रम शनिवार 3 जुलाई की शाम (कनाडा में) , (भारत में 4 जुलाई प्रातः) को खुशनुमा व यादगार माहौल में सम्पन्न किया गया .कार्यक्रम के तीन विशिष्ठ अतिथि थें। 1 नूतन ठाकुर जी – स्पाइस रेडियो 1200 AM ,2 मनमोहन शरण शर्मा जी – लेखक, प्रकाशक, पत्रकार व संपादक , अनुराधा प्रकाशन3 राकेश तिवारी जी – टोरेंटो कनाडा में कवि, पत्रकार, संपादक और प्रकाशक।वैंकूवर में अन्य सामुदायिक भागीदारों के साथ मिलकर किया। मनस्विनी की महिला सदस्यों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया जैसे नरिंदरजी, मधुजी, दीपाजी , विजया जी, सुचित्रा जी व रेशमा जी ।किसी ने सुन्दर कविता सुनाकर तो किसी ने अपने संस्मरण सुनाकर संमा बांध दिया। कसा हुआ मंच संचालन अस्मिता व शिखा पोरवाल ने किया। कुल मिलाकर एक बेहतरीन शाम बीती अपनों से दूर पर अपनों के बीच। “मनस्विनी” ग्रुप की कोशिश…
बातों से बात नहीं बनती साहब!
सम्पादकीय (मनमोहन शर्मा ‘शरण’) पूरे विश्व में मानव जाति पर कोरोना बहुत बड़े संकट के रूप में छाया हुआ है । भारत की बात करें तो दूसरी लहर में क्या–क्या घटित हो गया यह किसी से छिपा नहीं है । दूसरी लहर में युवाओं पर कहर टूटा और संख्या गिनती से परे है । कुछ…
हर रूह प्रेम की प्यासी है
कविता मल्होत्रा (संरक्षक एवं स्तंभकार – उत्कर्ष मेल) उधार की मिली सब साँसें,हर धड़कन मुक्ति की अभिलाषी है अपनी संवेदनाओं को साग़र कर दें, हर रूह प्रेम की प्यासी है ✍️ अति हर चीज़ की बुरी होती है, बचपन से सुनते आए हैं।मानव जाति से किस तरह के गुनाहों की अति हुई है जिनके परिणाम…
कनाडा दिवस पर अनूठी पहल ‘संस्मरण-ए-संवाद’ का आयोजन
मनस्विनी वैंकूवर कनाडा की प्रणेता शिखा पोरवाल व अस्मिता लॉरेंस ने बताया कि कनाडा दिवस पर एक अनूठी पहल करने जा रहे हैं.. “संस्मरण-ए-संवाद”आपकी मेरी कहानी अप्रवासी भारतीयों की आप बीती अपनीजुबानीइस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हैं-आदरणीय साहित्यकार मनमोहन शर्मा “शरण”जी सम्पादक /प्रकाशक (अनुराधा प्रकाशन) भारत से ,आदरणीय नूतन ठाकुर जी वैंकूवर कनाडा से ,…
महान लेखिका प्रतिमा वर्मा जी का निधन
बनारस की सुविख्यात लेखिका प्रतिमा वर्मा जी का 82 वर्ष की आयु मे साउथ अफ्रिका मे निधन,उनका जन्म स्वतन्त्रता सेनानी, पत्रकार एवम राजनय परिवार मे हुआ था lप्रतिमा जी की लिखीएक सुबह और, धूप धूप साया साया, बंधे पावों का सफर, उसका आकाश, गलियारे, इत्यादि पुस्तकें काफी प्रसिद्ध रहीं l इसके अतिरिक्त प्रतिमा जी की…
उत्कर्ष मेल (राष्ट्रिय पाक्षिक पत्र) एवं वेबपोर्टल में आपका स्वागत है
आदरणीय मित्रो अनुराधा प्रकाशन द्वारा संचालित उत्कर्ष मेल ‘राष्ट्रिय पाक्षिक पत्र’ जिसमे साहित्यिक रचनाओ के साथ साथ राजनितिक गलियारों में क्या उथल पुथल हुई अथवा सामाजिक समस्याओं का मानवीय आधार पर चितन मनन प्रस्तुत किया जाता है , बड़ी प्रसन्नता के साथ आपसे साझा कर रहे हैं की ‘उत्कर्ष मेल’ राष्ट्रिय पाक्षिक समाचार पत्र को…
एक थी सुमन… (स्टबर्न बट काइंड, लविंग बट फ़ेयर)
(राजसभा डाइरेक्टर, अंग्रेज़ी की प्रोफेसर, अप्रैल 4, 1956-जून 27-2020) बिहार भागलपुर के एक छोटे से गाँव कमलपुर में पैदा हुई सुमन माला ठाकुर , मध्यमवर्गीय एक आम परिवार में ४ एप्रिल १९५६ में पैदा हुई जहां नातो पैसा था ना ही लड़कियों के लिए शिक्षा का महत्व। ऐसे में सुमन के दादा बिंदेश्वरी प्रसाद ठाकुर…
पर्यावरण संरक्षण में जनभागिदारी जरुरी – लाल बिहारी लाल
जब इस श्रृष्टि का निर्माण हुआ तो इसे संचालित करने के लिए जीवों एवं निर्जीवों का एक सामंजस्य स्थापित करने के लिए जीवों एवं निर्जीवोके बीच एक परस्पर संबंध का रुप प्रकृति ने दिया जो कलान्तर मे पर्यावरण कहलाया।जीवों के दैनिक जीवन को संचालित करने के लिए उष्मा रुपी उर्जा की जरुरत होती है। और…
जलजला आता है निशां छोड़ जाता है (सम्पादकीय)
मनमोहन शर्मा ‘शरण’ (प्रधान संपादक) बहुत दिनों के बाद फिर से सुनने को मिला है कि ‘कोरोना’ संक्रमण की गति धीमी हुई है और संक्रमितों की संख्या में काफी कमी देखी गई है । प्रतिदिन लाखों में संक्रमितों की संख्या अब 50–60 हजार के आसपास आ रही है । किन्तु फिर एक बार हम सबको…