पति पत्नी में घर के दैनिक कार्य ,नोकझोक आदि का सामना रोजाना होता है।वाट्सअप,फेसबुक आदि पर कई घंटे बिताना।पत्नी का पति को नहाने,चाय, बाजार से सब्जी,बच्चों को स्कूल छोड़ने आदि कई कामों के लिए आवाज लगाना।रोजमर्रा की ड्यूटी बन गई हो।पति का नहाने के समय टॉवेल, चड्डी, बनियान आदि का पत्नी से रोजाना मांगना औऱ पूछा जाना कहा रखी है।ये भी एक आदत सी बन जातीहै।बारिश के मौसम में पत्नी द्वारा भजिये तलकर पति से उसका स्वाद पूछना या क्या कमी रह गई का पूछना ।पति का छुट्टी के दिनों चौके में मंडराना औऱ दिनभर खाने की चीजों को तलाश कर खाते रहना।पत्नी से व्यर्थ की नोक झोंक करते रहना
पत्नी का भी पति को खाना खिलाते सारी समस्याएं बतलाते रहना। पति,पत्नी जब टीवी सीरियल देखते समय पति के द्वारा रिमोर्ट से थोड़ी थोड़ी देर में चैनल को बदलते रहना।पति द्वारा बाजार से पत्नी के लिए साड़ी यदि भूल से या जन्मदिन पर लाकर दी तो पत्नी द्वारा साड़ी का भाव पूछना।पति के ठगे जाने का अहसास दिलाना।साड़ी को वापस करने काआदेश देना।मायके से पत्नी को जल्दी आने का कहना।मायके वालों द्वारा एक दिन औऱ रुकने का कहने पर नाराज होना । छुट्टियों में पत्नी द्वारा घूमने के प्लान को टालना।पत्नी का नाराज होना और दूसरे के घूमने जाने के उदाहरण देते रहना।पति का दोस्तों के बीच ज्यादा बिताना ।पत्नी द्वारा पति के घर आने की राह देखना।पत्नी द्वारा रात में बनाए भोजन को नही करना क्योकि दोस्तो के साथ होटलों में ही भोजन कर लेना।ऐसे में पत्नी का नाराज होना स्वाभाविक।बासी रोटी को सुबह पोहे बनाकर खाना खिलाना।पति से छुपाकर पैसों को जमा कर बचत करने की कला से पति को आवश्यकता पड़ने पर तुरंत मदद करने का फार्मूला अपनाना।पति की शर्ट पत्नी की पसंद की पत्नी द्धारा लेना।पति द्वारा पत्नी के मायके की बढ़ाई ,मदद से खुश होना। ऐसे कई जीवनचर्या में किस्से आते है।और जिंदगी इसी नोकझोक में व्यतीत होती है।पति को चाहिए कि पहले घर के कार्यों की पूर्ति करें एवं आलस्य छोड़ समय को महत्व देवे।पत्नी को भी घर पर बच्चों की आवश्यकता,औऱ उन्हें संभालना के अलावा घर कब सारे कार्य करना होते हैं।जिससे थकान होना भी संभव है।वैसे में पति द्वारा आज ये बनाना था के उपदेश देने से भी नाराजगी का होना स्वाभाविक होता है।ठंडे दिमाग से,किसी भी बात को ज्यादा तूल न पकड़ना या बहस बाजी ना करना, चेहरे पर मुस्कान औऱ खुश रहने से भी तनाव कम किया जा सकता है।मोबाइल पर वाट्सअप, फेसबुक आदि की लत न पटककर घर के आवश्यक कार्य को पहले प्राथमिकता देने से।नोकझोक से उपजी नाराजगी कोसो दूर रहेगी ।
संजय वर्मा’दृष्टि’
मनावर(धार)