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रोमानिया में अधिकारियों से मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया, वतन वापसी का इंतजार कर रहे छात्रों से भी की बात

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादत्य संधिया रोमानिया पहुंच गए हैं। भारत सरकार द्वारा यूक्रेन से निकासी अभियान के कार्यान्वयन के लिए चार विशेष दूत नियुक्त किए गए हैं जिसमें से एक ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। बुखारेस्ट पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रोमानिया में यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया पर हवाई अड्डे पर ही अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही अपनी बारी का इंतजार कर रहे एयरपोर्ट पर मौजूद भारतीय विद्यार्थियों से बात भी की।इस क्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया व मालदोवा, कानून मंत्री किरण रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह पोलैंड पहुंच गए हैं। इनके वहां जाने से भारतीय छात्रों को स्वदेश लाने के काम में बेहतर सामंजस्य स्थापित होने की संभावना है। यूक्रेन से भारतीयों को इन पांच देशों के रास्ते ही बाहर निकाला जा रहा है। लेकिन यूक्रेन के दूरदराज इलाकों से पोलैंड, हंगरी और रोमानिया की सीमा तक छात्रों को पहुंचाना अभी भी सबसे बड़ी चुनौती है।

विशेष विमान के जरिए यूक्रेन में फंसे 218 भारतीय नागरिकों को रोमानिया के रास्ते मंगलवार रात को वतन वापस लाया गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर इनके स्वागत के लिए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री ने भारत वापस आए छात्रों से बात भी की।

एएनआइ से बात करते हुए वैष्णव ने बताया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन से छात्रों की वापसी के लिए चलाए गए आपरेशन गंगा के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने भी भारत सरकार के प्रयासों में भरोसा जताया।’ बता दें कि यूक्रेन में जारी रूसी हमलों के कारण वहां का एयरस्पेस बंद है और इसलिए वहां से देश वापस  लौटने के लिए लोगों को सड़क मार्ग से पूर्वी यूरोपीय देश के पड़ोसी देशों जैसे रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया आना होता है।  इसके बाद वहां से आपरेशन गंगा के तहत भेजे गए उड़ानों के जरिए भारत लौटना हो रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, करीब 18 हजार भारतीय विद्यार्थी यूक्रेन के विभिन्न यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे हैं। 

यूक्रेन में 24 फरवरी को रूस ने सैन्य कार्रवाई की शुरुआत की थी और 26 फरवरी को भारत सरकार ने वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए आपरेशन गंगा मिशन की शुरुआत की थी जिसके तहत पहली उड़ान में 219 नागरिक मुंबई पहुंचे थे। बता दें कि इस आपरेशन के तहत भारत सरकार ने सभी विमान सेवाओं का संचालन मुफ्त किया है। इस निकासी अभियान के तहत 24×7 कंट्रोल सेंटरों को स्थापित किया गया है जो पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में बार्डर क्रासिंग प्वाइंट्स पर हैं। इसके तहत एक नया रास्ता भी खोला जा रहा है जो मोलदोवा ( Moldova) के जरिए होगा।

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