14 सितम्बर को राष्ट्रभाषा हिंदी दिवस पर नेपाल की सु-विख्यात साहित्यिक संस्था नेपाल लुंबिनी में एक प्रसिद्ध संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा हिंदी दिवस पर ऑनलाईन नि:शुल्क अंतर्राष्ट्रीय हिंदी कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश यथा –नेपाल, भारत, कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और तंजानिया से 6742 रचनाकारों की सहभागिता रही। उत्कृष्ट काव्य रचना के आधार पर 675 रचनाकारों का चयन किया गया है, जिन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर “हिंदी काव्य रत्न सम्मान” मानद उपाधि से विभूषित किया गया है। ज्ञात हो महाराष्ट्र के नासिक जिले के मातोश्री कला, विज्ञान एवं कंप्यूटर विज्ञान महाविद्यालय धानोरे के हिंदी विषय अध्यापक तथा क्रियाशील लेखक, कवि प्रा. जितेंद्र सुदाम थोरात को “हिंदी काव्य रत्न सम्मान” मानद उपाधि से नवाजा गया। जिनकी रचनाएँ पत्र- पत्रिकाओं में छपती रहती हैं। मातोश्री एज्युकेशन सोसायटी संस्था के अध्यक्ष श्री. रुपेशभाऊ दराडे, मातोश्री कला, विज्ञान एवं कंप्यूटर विज्ञान महाविद्यालय धानोरे तहसील येवला जिला नासिक महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. सुनिल खैरनार तथा सभी अध्यापकों ने इस सम्मान के लिए हार्दिक बधाई दी है। हिंदी दिवस के अवसर पर शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय फाउंडेशन लुंबिनी नेपाल के संस्था अध्यक्ष श्री आनन्द गिरि मायालु ने कहा कि हिंदी विश्व भाषा बन चुकी है। हिंदी भाषा को बोलने में जितना आनंद आता है, उतना ही सरल है इसे बोलना। आज के कुछ लोग हिंदी भाषा बोलने पर हीनता बोध कर रहे हैं। अंग्रेजी के पीछे भागने से अपनी मौलिकता खो जायेगी, इसलिए सभी को अपनी मातृभाषा को अपनी प्राथमिकता में रखनी चाहिए।इसी तारतम्य में यह प्रतियोगिता आयोजित हुई।यह प्रतियोगिता नेपाल भारत मैत्री संबंध को सुदृढ़ बनाने में सफल रही है, सभी सहभागी रचनाकारों का आभार व्यक्त करता हूं।