चण्डीगढ़। आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश में पिछले 15 सालों से सक्रिय वैश्य समाज के सबसे बडे़ं संगठन अग्रवाल वैश्य समाज ने समाज की राजनीतिक भागीदारी के लिए कमर कस ली है। ये जानकारी देते हुए समाज के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला ने बताया कि अग्रवाल वैश्य समाज दो लोकसभा व 16 विधानसभा की टिकटों के साथ अपनी दावेदारी पेश करेगा। संगठन की रणनीति बताते हुए राजेश सिंगला ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आने वाली 10 मार्च को अम्बाला में प्रदेशस्तरीय वैश्य स्वाभिमान सम्मेलन के जरिए समाज इन चुनाव में अपनी टिकटों की मांग को राजनीतिक दलों के सामने रखेगा। राजेश सिंगला ने बताया कि स्वाभिमान सम्मेलन की तैयारियां शुरू कर दी गई है, जिसके तहत प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला लोकसभा स्तर पर वैश्य समाज की चौपाल के माध्यम से वैश्य समाज की एकजुटता, अनिवार्य मतदान और राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने का संदेश देते हुए सम्मेलन को सफल बनाने का न्यौता दे रहें है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के प्रति वैश्य समाज में उत्साह का माहौल है और प्रदेशभर से लाखों की संख्या में वैश्यजन इसमें भागीदारी करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आज राजनीतिक स्तर पर वैश्य समाज की अनदेखी की जा रही है। जहा अग्र समाज के विधायक हुआ करते थे, उन क्षेत्रों को निशाना बनाकर वहा दूसरे समुदायों के नेता पैदा कर दिए गए। अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित रखने व अपने अधिकारों की माग के लिए समाज की ओर से इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। राजेश सिंगला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक देश की तरक्की में वैश्य समाज का सबसे बड़ा योगदान रहा है। इसमें महात्मा गाधी, लाला लाजपत राय, डा. राम मनोहर लोहिया तथा देशबंधु गुप्ता सहित वैश्य समाज के अन्य लोगों ने देश की प्रगति और देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वैश्य समाज का राजनीति में वर्चस्व बढ़ाने के लिए और उचित प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए अम्बाला में स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन पूरे हरियाणा के वैश्य समाज के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आह्वान किया कि वैश्य समाज के लोग राजनीतिक में अपना कद बढ़ाने के लिए एकजुटता का प्रमाण दे और इस स्वाभिमान रूपी यज्ञ में अपनी आहूति डालकर सम्मेलन को सफल बनाए। प्रदेश महासचिव ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज पिछले 15 वर्षों से समाज को राजनीति के प्रति जागरूक करने का काम कर रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप चुनाव दर चुनाव शत् प्रतिशत मतदान से लेकर चुनाव लड़ने तक समाज में राजनीतिक चेतना का विकास हुआ है और समाज ने नेताओं की फौज तैयार करने से लेकर विधायको की संख्या बढ़ाने तक का काम किया है। उन्हांेने कहा कि अपने खोए हुए स्वाभिमान को जगाने और वैश्य समाज को राजनीति का केन्द्रबिंदु बनाने की इस लड़ाई में प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व और मार्गदर्शन में एक बार अग्रवाल वैश्य समाज मैदान में है और 10 मार्च को अम्बाला में होने वाले प्रदेश स्तरीय वैश्य स्वाभिमान सम्मेलन के जरिए अपनी ताकत राजनीतिक दलों को दिखाने जा रहा है।