Special Article
10 दिसंबर मानव अधिकारों के जागरुकता का दिन
विश्व मानव अधिकार दिवस पर विशेष- लाल बिहारी लाल (वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार) नई दिल्ली। आज मानव के अधिकारों के संरक्षण का संवैधानिक दर्जा पूरी दुनिया में प्राप्त है। मानव अधिकारों से अभिप्राय ”मौलिक अधिकारों एवं स्वतंत्रत से है जिसके सभी मानव प्राणी समान रुप से हकदार है। जिसमें स्वतंत्रता, समाजिक ,आर्थिक औऱ राजनैतिक रूप…
टनल में फंसे मजदूरों को जातिवाद का फायदा क्यों नहीं मिला …!
उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों के जगह अगर यहीं 41 वीआईपी लोग एलीट क्लास अथवा पिछड़े और दलित नेता टाईप के होते और वे ऐसे ही कहीं फंस जाते तो सदन के दलित नेता और मीडिया क्या करता ? पूरा देश सर पर उठा लेता। बोलने का मतलब है सरकार से सवाल करना मीडिया ने…
बढ़ते हुए तलाक कर रहे सामाजिक ताने-बाने ख़ाक
पश्चिमी मीडिया और वैश्वीकरण के प्रभाव ने भारतीय समाज की प्रेम और रिश्तों की धारणा को प्रभावित किया है। युवा पीढ़ी पारंपरिक पारिवारिक अपेक्षाओं की तुलना में व्यक्तिगत खुशी और अनुकूलता को प्राथमिकता देने लगी है, जिसके कारण जब उनकी शादी में संतुष्टि नहीं मिलती है तो वे तलाक को एक व्यवहार्य विकल्प के रूप…
फिरी की घोषणायें ही बन चुकी हैं आधार
कुशलेन्द्र श्रीवास्तव टनल में फंसे हैं मजदूर जिनको पन्द्रह दिनों की कवायद के बाद भी नहीं निकाला जा सका । हो सकता है कि जब तक यह आलेख छपे तब तक वे निकल जायें । ईष्वर ऐसा ही करे । पर टनल में मजदूरों के फंसने और एक लम्बी कवायद ने यह तो समझा ही…
आज दिल जीते हैं, कल फिर कप जीतेंगे।
जन्म मरण के चक्र-सी है, हार जीत लग रही। लड़े-भिड़े शौर्य से, आज नही तो कल सही।। कप जितने से बड़ी बात दिल जीतना होता है। क्रिकेट खत्म नही हो गया। 46 दिन में 45 दिन आप जीते हो। हमारी भारतीय टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के अंदर 10 मैच जीते और आज फाइनल हारने…
सावधानी बरतें रहें सुरक्षित, एड्स से- लाल बिहारी लाल
विश्व एड्स दिवस ( 1 दिसंम्बर) पर विशेष एड्स का जागरुकता ही बचाव है – लाल बिहारी लाल Or सावधानी बरतें रहें सुरक्षित एड्स से- लाल बिहारी लाल ++++++++++++++++++++++++++++++++++लगातार थकान,रात को पसीना आना,लगातार डायरिया,जीभ/मुँह पर सफेद धब्बे,,सूखी खांसी,लगातार बुखार रहना आदि पर एड्स की संभावना हो सकती हैं।इस वर्ष 2023 का थीम है- “लेट कम्युनिटी…
सम्पादकीय : मानसिक व वायु प्रदूषण से मुक्ति जरूरी
मनमोहन शर्मा ‘शरण’ (संपादक) दीपावली का पंच– दिवसीय महोत्सव मनाते नवम्बर माह के दूसरे पखवाड़े में प्रवेश कर रहे हैं । धनतेरस – छोटी दीपावली – बड़ी दीपावली – गोवर्धन पूजा, भैयादूज और छठ पूजा आदि.एक समय था जब भक्तिमय भाव प्रमुख होता था । सभी त्यौहार हो अथवा ईष्ट देव, ईश्वर की आराधना करनी…
सम्पादकीय : अहम को त्यागकर ही एकता संभव है
31 अक्टूबर सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है । महान स्वतंत्रता सेनानी भारत के पहले उप–प्रधानमंत्री एवं पहले गृहमंत्री सरदार पटेल जी की अनेक अन्य विशेषताओं में से जो सबसे प्रमुख रही कि उन्होंने भारतीय रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने में अहम…
व्यंग्य – जब रावण ने लंका में कराई जाति जनगणना..!
रावण खुद को आठवीं पास त्रिलोक विजेता कहता था, और अचानक उसे जरुरी काम से किस्किंधा निकलना पड़ा तो रास्ते में उसे युवराज ने बताया की तुम्हे कुछ दिनों के लिए वहां का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया जा रहा। रावण चौक गया और पूछा युवराज मै दशानन किंग हूँ फिर ये नाइंसाफी क्यों तो युवराज ने…
छोटे-मोटे कामों के लिए छुट्टी न लें
डॉ. नन्दकिशोर साह ग्राम+पोस्ट-बनकटवा, भाया- घोड़ासहन, जिला- पूर्वी चम्पारण बिहार-845303 अगर आपने बीते दिनों में अच्छा काम किया है, तो उसे जारी रखें। इंक्रीमेंट, प्रमोशन का वक्त करीब आ रहा है। अगर आपने ज्यादा छुट्टियां ली हैं, काम में गलतियां की हैं, तो वक्त है कि आप संभल जाएं। इन सब के बावजूद अगर आपका…