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करोना को सोच के खुद को ना भूले !

अति बौद्धिकवाद एजेंडा धारी दर्शन भी आतंक का ही रूप स्वरूप है। मात्र आलोचना या वादी प्रतिवादी को ही विद्वता नहीं कहते । इसके लिए आदमी के पास व्यवहारिक ज्ञान के साथ सम्यक व्यवहार होना नितांत अनिवार्य है। अब समय आ गया है ,  मजदूरों का रोना रोना बंद कर दीजिये  , मजदूर घर पहुंच…

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साँस हर दिल की थमी-थमी है सहमा-सहमा सा हर आदमी है

कविता मल्होत्रा (स्थायी स्तंभकार-उत्कर्ष मेल, कवियित्री एवं समाजसेवी) आज से तीन महीने पहले कब किसी ने सोचा था कि सरपट भागती जीवन की रफ़्तार अचानक यूँ थम जाएगी कि अगले पल साँस लेने से पहले भी सोचना पड़ेगा और साँस छोड़ने की दशा भी अकल्पनीय हो जाएगी। सच है! परिवर्तन ही संसार का शाश्वत नियम…

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चलो आज कुछ कह लेती हूं

मैं भी अपने अंतर्मन से कुछ बातें चुन लेती हूँ चलो आज कुछ कह लेती हूं। मैं वही हूं जिस मिट्टी ने नूतन आकार लिया है मैं वही हूं जिसके अपनों ने सहर्ष स्वीकार किया है मैं अपने अंतस की गर्मी को आज हवा देती हूं चलो आज कुछ कह लेती हूं। तोड़ने आए थे…

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सच बोलना सख्त मना है

यह रोशनी जिसे तुम अंधेरे के खिलाफ  ‘जागृति’ कह रहे हो वक्त के पिछडेपन को दूर करने की रीत है          भीतर का अंधेरा           अभी डरा रहा है            रह-रहकर उजाले मे            उभरती परछाइयां …            खुली हुई लाशे बन जाती हैं            गाती गांधी का गीत हैं            देखो,            सूरज  का…

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आपस्तम्ब

हे श्रमवीर तुम्हारे कुदाल ने कंटकाकीर्ण मग सुगम किया । एक पैर पर थाम लिये जैसे अम्बर कर्मयोगी सूरज भी देख तुम्हे पिघल गया । ● लज्जित हैं कर्मवंचक अवसरवादी लोलुप तुम्हे देखकर; प्रतिमान तुम्हे मानते जिजीविषक स्वाभिमानी देखते तुम्हे मुड़मुड़कर।। ● तुम्हे देख स्मरण हो आती कृष्ण की कनिष्ठा पर धारित गोवर्धन पर्वत की…

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SAY NO TO SUICIDE (सम्पादकीय )

मनमोहन शर्मा ‘शरण’ (प्रधान संपादक) वर्ष 2020 पूरी दुनिया को रास नहीं आ रहा । स्वास्थ्य, आर्थिक, प्राकृतिक आपदाओं के साथ–साथ जब हमारे बीच में से होनहार व्यक्तित्व तथा युवाओं का आदर्श कहे जाने वाले प्रतिभावान नायक सुशान्त सिंह राजपूत का मुंबई में अपने निवास पर ही आत्महत्या कर लेने की खबर का आना, एक…

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बेहद दुखद एवं निराशाजनक ……सुशांत सिंह राजपूत ने की आत्महत्या

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) ने मुंबई में अपने आवास पर आत्महत्या कर ली है। वह रविवार की सुबह बांद्रा में अपने अपार्टमेंट में फांसी के फंदे से लटके हुए पाए गए, जिसके बाद उनके घर पर काम करने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस इसकी सूचना दी।…..दुखद इसलिए कि एक इंसान ख्वाब देखता है…

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विकास और बिहार-कुछ सवाल

सोनल सिन्हा (CEO,IDFT मुंबई) एमडीआई स्कोर के आधार पर, बिहार भारत के शीर्ष 3 सबसे कम विकसित राज्यों की सूची में है। आपको क्या लगता है इसके पीछे क्या कारण हैं?अत्यधिक उपजाऊ और उत्पादक भूमि, अच्छे जल संसाधन और कड़ी मेहनत करने वाले लोगों से सम्पन होने के बावजूद, बिहार अभी भी विकास की कमी…

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आंधियों में चिराग जलना…

प्रवीण बहल (विकलांग रत्न) किसने देखा है आंधियों में चिराग जलनाअंधेरों में चराग जलना तो सब ने देखाकौन जला सका आंधियों में चिरागमैं वह इंसान हूं– जो आंधियों में चिराग जलाता हैइन चिरागों में मैंने अपने दिल का खून डाला हैकई बार यह चिराग टिमटिमाते रहे–पर कभी बुझ न सके–मैं दिल से आंधियों में चिराग…

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क्या रुस लगायेगा चीन की आक्रामकता पर लगाम

कोरोना वायरस के कारण विश्व वयापार में जो खलबली मची है उसे कोई नकार नही सकता। वुहान शहर से निकला ये वायरस चीन के लिए सरदर्द बन चुका हैं। पूरा विश्व चीन को इसका जिम्मेदार ठहरा रहा है और महाशक्ति अमेरिका चीन को घेरने का  हर संभव प्रयास कर रहा है। जहां विश्व के ज्यादातर…

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