भारत ने पहलगाम में पाकिस्तान के आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान में ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किये गये हैं।
पहलगाम हमले का बदला भारत ने पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक से लिया है। भारतीय सेना ने भी नौ आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर को सफलता पूर्वक अंजाम दिया है। पीएम मोदी लगातार इस परी सैन्य कार्रवाई पर नजर रखे हुए हैं।
जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालयों को निशाना बनाया
भारतीय बलों ने आज सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आतंकी बुनियादी ढांचे के खिलाफ मिसाइल हमलों में प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा समूहों के मुख्यालयों को निशाना बनाया।
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि लक्षित नौ स्थलों में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर का मुख्यालय शामिल हैं, दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं।
पाकिस्तानी सशस्त्र बल के एक प्रवक्ता ने एक साक्षात्कार में बीबीसी को पुष्टि की कि भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर और मुरीदके को निशाना बनाया है।
भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उसकी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और सैन्य कार्रवाई को बढ़ावा न देने वाली प्रकृति की रही है।
भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद हुई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
रक्षा मंत्रालय ने 1.44 बजे जारी एक बयान में कहा, ‘‘थोड़ी देर पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में उस आतंकी ढांचे पर हमला करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें निर्देशित किया गया।’’
इसमें कहा गया, ‘‘भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।’’
1999 में आईसी-814 के अपहृत यात्रियों के बदले आतंकवादी मसूद अजहर की रिहाई के बाद बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का केंद्र बन गया था। तब से यह समूह भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है, जिसमें 2001 में संसद पर हमला, 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला, 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला और 2019 में पुलवामा आत्मघाती बम विस्फोट शामिल हैं।
अजहर को वैश्विक आतंकवादी नामित किया गया है और अप्रैल 2019 के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि उसने जनवरी 2000 में आतंकी संगठन शुरू किया और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), अफगानिस्तान में तत्कालीन तालिबान नेताओं, ओसामा बिन लादेन और पाकिस्तान में सुन्नी सांप्रदायिक संगठनों से सहायता प्राप्त की।
लाहौर से 30 किलोमीटर दूर मुरीदके 1990 से लश्कर का मुख्यालय रहा है। इसका मुखिया हाफिज सईद है और यह मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार है। अधिकारियों ने बताया कि इसने जम्मू-कश्मीर, बेंगलुरु और हैदराबाद समेत देश के कई अन्य हिस्सों में भी आतंकी हमले किए हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकी समूह घोषित लश्कर का संदिग्ध सरगना सईद भारत की सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में है।
हमले में जैश का आतंकी ठिकाना भी तबाह कर दिया गया है। हमले में बहावलपुर में जैश का हेडक्वार्टर मरकज सुभानुल्लाह ध्वस्त किया गया है। पुलवामा हमले की यहीं पर प्लानिंग की गयी थी। मसूद अजहर यहीं पर रहता था।
1971 के बाद भारत ने पाकिस्तान पर पहली बार हमला किया गया है।
भारतीय सेना ने दावा किया है ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा है और आतंकियों के ठिकानों पर सटीक निशाना साध कर हमला किया है।
वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तानी आर्मी ने भी झूठा दावा किया कि 6 जगहों पर भारत के 24 ताबड़तोड़ हमले हुए, जिसमें 8 पाकिस्तानी मारे गये और 33 जख्मी घायल हो गये हैं।
जबकि भारतीय सूत्रों के अनुसार भारत ने नौ आतंकी ठिकानों पर हमला कर 50 से ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है।
बता दे कि पहलगाम में आतंकी हमले का भारतीय सेना ने बदला लेते हुए बुधवार की (7 मई,2025) को भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर तबाह कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में हवाई हमला करने के बाद भारतीय पायलट सुरक्षित वापस लौट आए हैं।
वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तान की ओर से सीमा पर आर्टिलरी फायरिंग में भारत के तीन निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई. भारतीय सेना ने PAK आर्मी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारी गोलीबारी की है।