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महोत्सव के बाद अमृत बनाये रखने की चुनौती
रोजगार विहीन विकास किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए सुरक्षित दांव नहीं है। बेरोजगारी न केवल हमारे मानव संसाधनों के इष्टतम उपयोग की अनुमति देती है बल्कि सामाजिक कलह और विभाजनकारी राजनीति के लिए प्रजनन स्थल भी बनाती है। शिक्षा, स्किलिंग, युवा उद्यमियों और नवप्रवर्तन कर्ताओं को उपयुक्त रोजगार और सहायता, शिक्षा और रोजगार के लिए…
महात्मा गांधी आजादी के 75 साल बाद भी प्रासंगिक है
लाल बिहारी लाल मुगल साम्राज्य से जब सत्ता अंग्रैजो के हाथ में गई तो पहले अंग्रैजों का व्यापारिक उदेश्य था पर धीरे-धीरे उनका राजनैतिक रुप भी सामने नजर आने लगा। और वे अपने इस कुटिल चाल में कामयाब भी हो गये । धीरे–धीरे उनके क्रिया-कलापों के प्रति जनमानस में असंतोष की भावना पनपने लगी इसी…
हर रग में दौड़ता है खून देशभक्ति का यहां
कुशलेन्द्र श्रीवास्तव 75 वर्ष हो गए हमारी स्वतंत्रता को । हम आजादी का अमृत महोत्सव मना भी रहे हैं । ‘‘जनगण मन अधिनायक’’ की मधुर स्वरलहरियां हमारे तन और मन में जोश भर रहीं हैं । हम नतमस्तक हैं अपने तिरंगे के सामने और हवा में शान से लहराता तिरंगा हमेें हमारे ‘विश्व गुरू’’ हो…
आजादी का अमृत महोत्सव : डॉक्टर राहुल
आओ हम मनाएं आजादी का अमृत महोत्सव! राष्ट्रोत्थान का लेकर नया संकल्प करें नवभारत का नवनिर्माण फहराएं तिरंगा… दिखाएं विश्व को जब मन में हो दृढ़ इच्छा-शक्ति सतत् आगे बढ़ने का अटल विश्वास तब परिस्थितियों की समाधि में चुप नहीं बैठता है मनोभावों का बीज फूट पड़ता है पाषाणों को तोड़कर पीपल के कत्थई कोपल…
स्वस्ति फाउंडेशन ट्रस्ट छत्तरपुर, नई दिल्ली
स्वतंत्रत भारत की 75 वीं वर्षगांठ और आज़ादी के पावन महोत्सव के उपलक्ष्य में आज 15 अगस्त के दिन छतरपुर फेस वन में स्वस्ति फाउंडेशन ट्रस्ट एनजीओ और यूथ क्लब मेंबर्स छतरपुर की ओर से स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम को भव्य और विराट तरीके से मनाया गया।इस समारोह के मुख्य अतिथि मेजर जनरल श्री रंजीत…
हिमालय परिवार द्वारा भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन
(नई दिल्ली) 7अगस्त आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर हिमालय परिवार ने एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन संस्था के पहाड़गंज स्थित मुख्य कार्यालय से लेकर रानी झांसी रोड तक किया! जिसमें संस्था के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया! कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक इंद्रेश कुमार जी ने देशभक्ति से…
हम अपना राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा कब, क्यों फहरायें ?
देवेन्द्र कुमार पाठक तिरंगा तीन रंगों से बना है.केसरिया,सफेद औऱ हरा. इसके बीच में अशोक चक्र है, जिसमें चौबीस तीलियाँ हैं. जब तिरंगा खुली हवा में आकाशीय ऊँचाई पर फहराया जाता है, तब हमारी यह संकल्प भावना होती है कि हम सब देशवासी चौबीस घण्टे,यानी दिन-रात देश की प्रगति के लिये पूरी निष्ठा और…
स्वतंत्रता दिवस
.{कविता मल्होत्रा, संरक्षक, स्थायी स्तंभकार} स्वतंत्रता दिवस की सभी को हार्दिक बधाई रक्षा सूत्र अपने विचारों पर बांधें न हो जग हंसाई सावन की फुहार अपने साथ अनगिनत त्योहारों का पैग़ाम लेकर आई है।सदियों से बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँधती आईं हैं।परस्पर सुरक्षा की ये मन्नतें दोनों ओर से चलतीं हैं…
अंतरराष्ट्रीय साहित्य संगम” की ओर से प्रेमचंद जयंती
भारतीय जनमानस का चितेरा लोक कथाकार प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर “अंतरराष्ट्रीय साहित्य संगम” (साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था) के तत्वावधान में संस्था के अध्यक्ष श्री देवेन्द्रनाथ शुक्ल की अध्यक्षता एवं संस्थापक एवं महासचिव डॉ. मुन्ना लाल प्रसाद के संचालन में उनकी विभिन्न रचनाओं पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। सबसे पहले सिंगापुर से उपस्थित…
पथ के हो राही
पथ के हो राही तुम हो पथिक थक के न हारो थोड़ा भी तनिक थोड़ा धीरज धर बढ़ते जाना एक दूजे का मनोबल बढ़ाना, आएंगी बाधाएं हजार साहस को तुम बनाना आधार, टेड़ी मेड़ी होगी डगर चलते जाना तुम हो निडर, आएगी जो भी है रुकावट वो तो होगी बस क्षणिक… पथ के हो राही…