आज का पत्रकार
पत्रकारिता को बेशर्मो ने जाने क्या बना दिया। चमचागिरी ने सभी को आज बहुत गिरा दिया।। वो पत्रकार जो आज बहुत चिल्ला रहे है। ना जाने किस नेता की कमर सहला रहे है।। बहुत ही पाक पेशा होता है पत्रकार का, चंद रुपयों की चाहत में उस पर दाग लगा रहे है। बहुत समय लगता…