हिंदी है मान हमारी,
हिंदी है शान हमारी।
हिंदी है अभिमान हमारा,
तो हिंदी है गौरव हमारा।।
इसमें ना कोई ऊच है,
और ना ही कोई नीच।
इसलिए, तो आज हिंदी है,
हम लोगों के बीच।।
सबके मन को भाती है और,
सब के दिलों पर करती है राज।
इसलिए इसको बोलने वाला हर,
कोई भारतीय करता है खुद पर नाज।।
हर भारतीयों की पहचान है हिंदी,
पुरखों की सौगात हैं हिंदी।
बच्चों की बोल है हिंदी,
प्रेम का आगाज कराने वाली है हिंदी।।
हिंदी की है बात निराली,
यह है हर भाषा से प्यारी।
अनपढ़ हो या शिक्षित कोई,
इससे है परिचित हर कोई।।
अंग्रेजों ने खूब जतन किया,
भाषा हमारी मिटाने को।
पर रहा प्रयास अधूरा उनका,
बुनियाद हमारी हिलाने को।।
हिंदी हमारे देश की,
हर तोतली आवाज हैं।
फिर क्यों, हिंदी भाषा,
बोलने में आती हमें लाज है।।
क्यों अंग्रेजी बोलने में,
समझते अपने आप को महान।
भूल गए इसी अंग्रेजी ने,
बनाया था, हमारे देश को गुलाम।।
अंग्रेजी की माला जप कर,
ना करो हिंदी का अपमान।
आओ मिलकर यह प्रण ले,
नित्य करेंगे हिंदी का सम्मान।।..2
क्योंकि हिंदी हमारी शान है।
हिंदी से हिंदुस्तान है।।
धन्यवाद
जय हिंद , जय भारत
विजयलक्ष्मी शुक्ला