1
कला प्रेमी
उकेरता है –
चित्र अपने कैनवास पर
कला मर्मज्ञ…
तलाशता है झुग्गियों में
भूख / अभाव / मज़बूरी
वह जानता है-
यह उसका सौंदर्य बोध नहीं है
लेकिन…
बाज़ार का रुख उसे पता है
यही भूख, अभाव और मज़बूरी
साधन बनेंगी
उसकी दो वक्त की रोटी और प्रसिद्धि का
उसे यह भी पता है कि –
उसके बनाए ये चित्र
लाखों में बिकेंगे और शोभा बढ़ायेगे
फाइव स्टार होटलों / आलिशान बंगलों की
इन्हें बड़ी बड़ी प्रदर्शनियों में
अनेक पुरस्कारों से अलंकृत किया जाएगा
वह सब कुछ अपने कैनवास पर
समेट लेना चाहता है
भूख से
बेजान कुपोषित बच्चे
चीथड़ों से
यौवन को सहेजने का
प्रयास करती नवयौवनाएं
माथे पर चिंता की गहरी / अमिट रेखाएं लिए
असहाय / मजबूरियां…
वह जानता है –
इनका समाधान उसके पास नहीं है
उसके सम्मानित ग्राहक…?
उन्हें तो इन गंदी झुग्गियों में
बदबू आती है…
वे तो कला पारखी हैं
उन्हें यथार्थ नहीं कला से प्रेम है
वे सच्चे कला प्रेमी हैं|
2
सुबह की किरण
हर सुबह
एक किरण निकलती है / आशा बंधती है।
मन हर्षित हो उठता है।
नव का स्वागत करने
नई आशा / नये सपने तैरते हैं आंखों में।
अनायास ही सब कुछ पा लेना चाहता है मन।
अकस्मात ही __
आंख खुल-खुल जाती है, मगर
सुबह की किरण दिखाई नहीं देती है।
अंधेरा गहरा था / और गहराता है।
कुछ रसूखदारों ने कैद कर रखा है
सुबह की किरणों को अपने पाश में।
दिल और भी डूबता है / कहीं कुछ बिखर-सा जाता है।
कोई आवाज़ आती है __ छन-न-छन !
और टूट जाता है कोई सपना / सूनी रह जाती हैं आंखें कहीं।
रुको / ठहरो ! रात बाकी है अभी।
इंतज़ार करना होगा अभी और भी
सुबह भी होगी शायद ! हां ! सुबह होगी / अवश्य होगी।
किरणें भी आएंगी नई आशा लेकर
पर क्या तब तक बचा रहेगा सब कुछ वैसा ही, जैसा था ?
अजय कुमार पाण्डेय जी का परिचय
नाम : अजय कुमार पाण्डेय
पिता का नाम : स्व. श्री शारदा प्रसाद पाण्डेय
माता का नाम : स्व. श्रीमती कलावती पाण्डेय
जन्म : 11 जुलाई, 1959, भुआ बिछिया, जिला- मण्डला (म.प्र.)
शिक्षा : स्नातकोत्तर : शास. महा विद्यालय बालाघाट (म.प्र.)
विधा : कविता, गीत, हिन्दी ग़ज़ल, कहानी. उपन्यास।
सम्मान : ‘बद्री नाथ चौकसे स्मृति साहित्य सम्मान 2015’. अनुराधा प्रकाशन की ओर से ‘साहित्य रत्न 2015’. ‘काव्य गौरव 2016’, ‘साहित्य श्री’, ‘साहित्य गौरव’ आदि अनेक सम्मान।
प्रकाशन : ‘बेशरम की झाड़ियां’ (कविता संग्रह), ‘स्रोत से बहते शब्द’ (कविता संग्रह), ‘जब धरा पर चांद की बारात आई”
(ग़ज़ल संग्रह) ‘उड़ जायेगा हंस अकेला’ (उपन्यास), ‘बादल एक आवारा सा’ (उपन्यास) ‘एक कदम शेष’
(कहानी संग्रह) एवं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं तथा साझा संकलनों में कहानियों एवं कविताओं का प्रकाशन।
सम्प्रति : सेवा निवृत भू वैज्ञानिक, हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड, मलांजखण्ड।
वर्तमान पता : बी-1/193, हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड, मलांजखण्ड, जिला- बालाघाट (म.प्र.) 481116.
स्थायी पता : 320, सुन्दर नगर, कारगिल चौक, रायपुर (छ.ग.)
फोन नंबर : 09425875128
ई-मेल पता : ajaypandey117@gmail.com.
अजय कुमार पाण्डेय बी-1/193,मलांजखण्ड जिला- बालाघाट ( म.प्र,)