ले कर पैगाम आज़ादी गणतन्त्र दिवस आया आज
जाता रहा वतन के चेहरे से गुहन आज
सच हो के रहा बापू का सपना आज
है सामने मन्जिलकल से भी कठिन आज
जायज़ नही आपस मेदिलो की शिकन आज
संगम यह हैगंगा जमना का मिलन आज
अब हर तरफ दिवाली के दीपकचमके आज
ईद की खुशी से हर चेहरे दमके आज
वह जौहर,आज़ाद,सुभाषऔर पटेल
जिनके सपनो का भारत है आज
यह थे अशफाक,भगत,बिस्मिल और आज़ाद
जिनकी कुरबानियो से देश हुआ आज़ाद
क़ायम रहेदुनिया मे अपने हिन्द की पहचान
हर ज़ुबा पे हो अपने तिरंगे परचम का गान
डा0 जहाँआरा एसोसिएट प्रोफेसर अध्यक्षा शिक्षा शास्त्र विभाग लखनऊ