मथुरा (उ.प्र.) ब्रजभूमि साहित्यिक मंच मथुरा (उ.प्र.)पटल द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह पर कवयित्रियों की विराट एवं भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें देश के हर कोने देश-विदेशों से सुप्रसिद्व एवं महती(महान) कवयित्रियों ने ब्रजभूमि के पटल को सम्पूर्ण प्राकृतिक प्रेममयी रंगों से सराबोर कर दिया। जिसमें इन्दौर (म.प्र.)से आ.ममता खरे”मधु”ने होली का गीत सुनाया,कानपुर से कुसुम सिंह”अविचल” ने भी होली गीत गाया,बिजनौर (उ.प्र.)से रचना शास्त्रीने होली गीत सुनाया,, बेंगलूर (कर्नाटक)से सुनीता सैनी”गुड्डी”दुबई (आबूधाबी)से देवप्रिया तिवारी ने एक सुन्दर ग़ज़ल सुनाई।देहरादून (उत्तराखण्ड)से डॉ.अलका अरोड़ा के गीत के बोल थे अबके फागुन में पिया,, नोएडा (उ.प्र.)से अलका श्री मिश्रा, अहमदाबाद (गुजरात)से रेणु शर्मा ने सरस्वती वन्दना की “श्रद्धा”तोपा-रामगढ़(झारखण्ड)से ममता सिन्हा ने,योगी मोदी पर गीत सुनाया,गया(बिहार)से रानी मिश्रा,ने भी होली गीत के साथ,ओजपूर्ण कविता सुनाई, बद्रीनाथ धाम(उत्तराखण्ड) से ममता शाह,जामरी-डोगरगढ़(छत्तीसगढ़)से निर्मला सिन्हा, गाजियाबाद (उ.प्र.)से गार्गी कौशिक ने ब्रजभाषा में सुन्दर कवित्त पढ़ा,, लखनऊ (उ.प्र.)से ऋषि श्रीवास्तव”निदा” ने फागुन का महीना, चहुं ओर है तरंग,गोवा(पणजी)से वन्दना चौधरी,ने गाया आओ हम सब होली खेलें,सहपऊ-मथुरा(उ.प्र.)से डॉ.श्रीकृष्ण भारद्वाज शास्त्री,ने गाया ,होरी खेलन आयौ श्याम ,आजु जाइ रंग में डारौ री, दिल्ली से विभाराज”वैभवी” ने होली का सुन्दर गीत गाया,एवं सन्तोष सम्प्रीति,ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.रोशनी किरण जी ने गाया गीत सारे ही फगुआ के गाने लगे,, मुख्य अतिथि आ.कुसुम सिंह”अविचल”जी,ने होली गीत सुनाया,तथा संचालन डॉ.श्रीकृष्ण भारद्वाज शास्त्री जी ने किया। श्रोताओं में आ.नरेन्द्र शर्मा”नरेन्द्र”जी,भूदत्त शर्मा जी, सुरेन्द्र शर्मा”सागर”श्री सोटानन्द,डी.एस तोमर, गणेश प्रसाद गौतम जी आदि भारी संख्या में अन्त तक उपस्थिति रहे