March 2021
खुराक (कहानी)
गर्मी की चिलचिलाती धूप में, खड़ी दोपहरी में चरवाहे किसी पेड़ के नीचे बैठ जाते ,अपनी अपनी पोटली खोलते खाना खाते तथा वहीं पास के किसी कुएँ या तालाब का पानी पीकर कुछ देर आराम करते थे।उनके आसपास ही पेड़ों की छाया में उनके गाय ,बछड़े, भैंस भी वहीं पास में आज्ञाकारी बच्चे की तरह…
रंग गालो पे कत्थई लगाना
अबके सावन में ओ रे पियाभीग जाने दो कोरी चुनरियामीठी मीठी सी बाली उमरियाभीग जाने दो कोरी चुनरिया हम को मिल ना सकेंतेरे रहमो करमसात रंगों में डूबे सातो जन्मरंग गालो पे कत्थई लगानाधीमे धीमें से खोलो किवडियाभीग जाने दो कोरी चुनरिया रंग प्रीत का धानी बहुत हैये नशा भी बहुत ही सुहानाएसे अल्हड से…
हास्य कवि महेंद्र शर्मा को आदित्य-अल्हड सम्मान
हास्य-व्यंग्य के लोकप्रिय कवि महेंद्र शर्मा को वर्ष 2018 का ‘आदित्य-अल्हड सम्मान’ प्रदान किया जायेगा. हरियाणा साहित्य अकादमी, पंचकूला (हरियाणा सरकार) द्वारा दिया जाने वाला राष्ट्रिय स्तर के इस सम्मान में 2 लाख की राशि दी जाएगीश्री महेंद्र शर्मा को इससे पूर्व हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा विशेष हिंदी साहित्य सेवी सम्मान एवं दिल्ली हिंदी अकादमी…
ईबीएस इंडिया इंक द्वारा महिला दिवस पर स्वावलम्बिका सम्मान 2021 का आयोजन।
दिल्ली।अंतराष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की संध्या पर ईबीएस इंडिया इंक द्वारा स्वावलम्बिका सम्मान 2021 समारोह दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित किया गया। स्वावलम्बिका सम्मान 2021 को ईबीएस इंडिया इंक द्वारा पहली बार आयोजित किया गया जिसमे देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिष्ठित महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस समारोह में 600 से भी ज्यादा महिलाओं…
नारी स्वाभिमान
तूने अपने घूंघट को आसमां बना लियाऊँची थी उड़ाने पर घूंघट में थाम लियापलके झुकी और हुनर को हाथों में सजा लियाऔर अपने सपनों का आसमां खुद ही बना लिया। अकेले नही सबको साथ लेकर चली वोस्त्रीत्व का मकसद सबको समझा दिया।आई थी मुसीबत,राह में अनेकोदेख तेरा ओज उन्होने ठिकाना बदल लिया। बना ली है…
खुशी की तलाश
खुशी शब्द ही खुशी का एहसास कराता है,चेहरे पर मन्द मुस्कान,मन में उमंग सीमहसूस होती है। खुशी की तो हर किसी को तलाश रहती है,खुशी तो हमारे अंदर से ही तो उपजती है बस हर परिस्थिति में अपने आप को सयंम के साथ सब्र रखते हुए मन की गहराइयों से अनुभव करना है,कुछ न कुछ…
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (८ मार्च ) की हार्दिक बधाई
अनुराधा प्रकाशन परिवार विश्व की सभी महिलाओं को नमन करता है , वंदन और अभिनन्दन करता है , महिलाओं ने अपने अस्तित्व को अपनी योग्यता से स्थापित किया है और सभी क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर कार्य कर रही है अनुराधा प्रकाशन से जुडी सभी महिलाओं का आभार व्यक्त करते हुए…
यादे यूँ भी पुरानी चली आईं (गीत)
मन की बाते बताये तुम्हें क्याहै ये पहली मुहब्बत हमारीभले दिन थे वो गुजरे जमानेमीठी मीठी सी अग्न लगाई हम तो डरते हैं नजदीक आकेजान ले लो – ऐ जान हमारीकब से बैठे दबाये लबो कोकब से यारी है गम से हमारी चढगयी सर आसमाँ तकये नशीली रात खुमारीबजते घुघरू से आवाज आईदेखो कैसी चली…
काव्य लेखन की कुंजी है “छंद विन्यास’ काव्य रूप : राजेश कुमार सिन्हा
एक ख्याति लब्ध शल्य चिकित्सक का कवितायें लिखना या दूसरे शब्दों में कहें तो सिर्फ कवितायें नहीं लिखना बल्कि छन्द पर आधारित कवितायें लिखने के लिए काव्य लेखन कुंजी के रुप में एक पुस्तक लिख देने को सही मायने में मणि कांचन संयोग कहा जा सकता है,जो विरले ही देखने को मिलता है।डा संजीव कुमार…