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स्वतंत्रता दिवस धिक्कार कर कहता है

डॉक्टर सुधीर सिंह आजाद भारत में आर्थिक आजादी नहीं, किंतु आजादी का ढिंढोरा लोग पीटते हैं। स्वतंत्रता दिवस  धिक्कार  कर कहता है, भारत में गुलाम सा  गरीब  क्यों रहते हैं? भ्रष्टाचार ने छीना है वंचितों की आजादी, गरीब कोऔर ज्यादा गरीब बना दिया है। भ्रष्टाचारियों  के रूतबा का कहना क्या? गोरखधंधेवाजों का  सम्मान बढ़ गया…

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राष्ट्र-गीत : पहरुये ! सावधान रहना…

घर   में  सेंध   लगाने   की  वे  फिर  करते   तैयारी,             पहरुये !  सावधान   रहना। पश्चिम सीमा   पर   खतरा  है,पूरब   में  मत  डोल, अभी रात   बाकी है   कितनी   धीरे- धीरे      बोल, कल जो हाल हुआ हम सबका,उसका दुख है भारी,            पहरुये !  सावधान   रहना। तुमने   कितने धोखे   खाए  विश्वासों   में    पड़कर, ये व्यापारी   नहीं,   न…

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आओ करे ये सतत प्रतिज्ञा

नारी को सम्मान नहीं तो बताओ क्या दोगे बेटी को घर में मान नहीं तो बतलाओ क्या दोगे एक घर सुधरने से बोलो क्या बदलेगा हर सोच बदलने का प्रण बोलो कब लोगे 🌹☘️ जब तक सारी कायनात ना बदले तो सब बेकार जब तक अर्न्तमन ना स्वीकारे हर तरफ है हार हर तरक्की हर…

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मेरे गोपाल : अर्चना त्यागी

एक छोटे से गांव में मोहन अपनी मां के साथ रहता था। एक छोटा सा खेत था उनके पास। उसमें फसल उगाकर मां मोहन की परवरिश कर रही थी। मोहन एक होनहार छात्र था। कक्षा में हमेशा प्रथम आता।मेहनत से पढ़ाई करता। जो समय बचता उसमें मां की काम में सहायता कर देता। पिता का…

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सम्पादकीय : मनमोहन शर्मा ‘शरण’

आप सभी को भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं अनन्त शुभकामनाएं ।         राष्ट्रीय स्तर पर लालकिले पर हर वर्ष की भांति बहुत भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ । प्रधानमंत्री  जी ने बहुत बड़ा भाषण भी दिया । राज्य स्तर पर भी सभी सरकारें मनाती हैं तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं भी देशभक्ति से ओतप्रोत…

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भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में गांधी जी का अमूल्य योगदान : लाल बिहारी लाल

मुगल साम्राज्य से जब सता अंग्रैजो के हाथ में गई तो पहले अंग्रैजों का व्यापारिक उदेश्य था पर धीरे-धीरे उनका राजनैतिक रुप भी समने नजर आने लगा। और वे अपने इस कुटिल चाल में कामयाब भी हो गये । धीरे –धीरे उनके क्रिया-कलापों के प्रति जनमानस में असंतोष की भावना पनपने लगी इसी का परिणाम सन…

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स्वतंत्रता दिवस अमर रहे।

15अगस्त 2021                                क्या हम अपनी स्वतंत्रता खो रहे हैं? मार्टिन _उमेद, देहरादून 15अगस्त 1947  को भारत देश ने आज़ादी मे कदम रखा. आज 15 अगस्त 2021 को भारत अपनी आजादी के 74 साल पूरे कर रहा है। देश में स्वतंत्रता का जश्न मनाने के लिए चारो ओर की फिज़ाओ मे तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।…

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राजनीति और ज़मीर : राजकुमार अरोड़ा गाइड

बड़ा ही विरोधाभास है इन दोनों में आजकल, राजनीति में सफल होना है तो ज़मीर को ताक पर रख कर ही सम्भव है। येन,केन,प्रकारेण बस सत्ता पाना ही लक्ष्य हो तो नैतिकता की जरूरत नहीं,अनैतिक होना ही होगा। भाजपा कश्मीर से कन्याकुमारी तक,कच्छ से आसाम तक पूरे राष्ट्र में हर हालत में स्वयँ को देखना…

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आजादी के साथ अमर है पन्द्रह अगस्त का शुभ दिन

डॉक्टर सुधीर सिंह आजादी के साथ  अमर है पन्द्रह अगस्त का शुभदिन,असंख्य कुर्बानी के उपरांत ही गया गुलामी का दुर्दिन। भारतमाता के उन सपूतों को नमन कर रहा हिंदुस्तान,स्वतंत्रता की बलिवेदी पर जो  मुस्कुराकर हुए कुर्बान। उनके त्याग-तपस्या का  ही  फल  है पवित्र आजादी,संकल्प के साथ करें उसकी  अस्मिता  की रखवाली। आजादी का मतलब है…

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विश्व के 100 हिंदी रचनाकारों में हिंदी लेखिका सविता चड्ढा 83वें स्थान पर

राही सहयोग संस्थान जयपुर ने विश्व के सौ रचनाकारों की सूची प्रकाशित की है।  यह बहुत ही खुशी  की बात है कि पंजाब केसरी में नियमित लेखन करने वाली हिंदी साहित्यकार को इस सूची में 83वां स्थान मिला है।इस रैंकिंग पर  सविता जी का कहना है कि गीता के अनुसार कर्मयोग ही लेखक की कर्मभूमि…

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