काश मैं मोबाइल होती
“काम बहुत था यार आज, बुरी तरह से थक गया हूँ।” – सोफे पर अपना बैग रखते हुए अजीत ने कहा। “अजीत जल्दी से फ्रेश हो जाओ, तब तक मैं चाय बना देती हूँ।” “ठीक है, मधु! ” कहते हुए अजीत बाथरूम में चला गया। अजीत के फ्रेश होकर हॉल में आते ही माधुरी चाय-पकौड़े…