डॉ. नीरू मोहन ‘वागीश्वरी’
वर्ष आते हैं और चले जाते हैं परन्तु अपने साथ बहुत-सी दुखद और सुखद यादों के अनुभव छोड़ जाते हैं; जिनको याद करके मन कभी खुश हो जाता है और कभी दुखी। मुझे लगता है सभी को अपने आने वाले समय का इंतज़ार रहता है मगर वह कैसा बीतेगा इसका एहसास भी नहीं होता; इसलिए हमें नए वर्ष का स्वागत करते हुए बीते पलों के अनुभावों से शिक्षा ग्रहणकर अपने रास्तों का निर्माण करना चाहिए; जिससे कड़वे पलों को दोहराया न जा सके।
बीते दो वर्ष हम सभी के लिए ही नहीं सम्पूर्ण विश्व के लिए यकीनन अच्छी यादें नहीं बना पाए हैं। बीते दो वर्षों ने हमें बहुत कुछ सिखाया है; जीवन को अभावों में जीना, अपनों का संग-साथ, परिवार का महत्व, पैसे और समय की कीमत और न जाने कितनी ही ऐसी बातें जिन्हें कभी हम सभी नजरअंदाज कर दिया करते थे।
अगर हम वर्तमान की बात करें तो अभी भी स्थिति पूर्णतः ठीक नहीं है। नए साल का आरंभ हो चुका है सभी ने उसका स्वागत भी किया इसी उम्मीद के साथ कि बीते वर्षों में जो बीता उसका मुंह फिर से न देखना पड़े… सब कुछ संभव है अगर समझदारी से काम किया जाए।
*क्या करें…?*
1. संकल्प लें कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने का प्रयास करेंगे।
2. प्रकृति को समृद्ध और संपन्न बनाने का प्रयास करेंगे।
3. अपने संबंधों को मजबूत और सौहार्दपूर्ण बनाएंगे और एक दूसरे की सहायता करने का प्रयास करते रहेंगे।
4. समय, धन और ऊर्जा का संचय करेंगे।
5. विद्यार्थी अपनी पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ अपने शिक्षकों का सम्मान करेंगे।
6. वर्तमान स्थिति अभी भी कोरोना महामारी से ग्रसित है। महामारी के नए-नए प्रकार दृष्टिगोचर हैं; इसलिए कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा गठित सभी नियमों का पालन करते हुए सावधानियां बरतेंगे।
*क्या न करें…?*
1. किसी के प्रति मन में द्वेष नहीं पालेंगे।
2. धार्मिक भेदभाव नहीं रखेंगे।
3. कुसंगति से दूर रहेंगे।
4. विद्यार्थी अपने शिक्षकों और अपने छोटे-बड़ो को किसी भी स्तर पर अपमानित नहीं होने देंगे और न ही स्वयं करने का प्रयास करेंगे।
5. संकल्प लें कि किसी भी निरही प्राणी को नहीं सताएंगे।
नव वर्ष में उपरोक्त सभी बातों और निर्देशों को एक संकल्प के रूप में आत्मसात करके नवीन वर्ष में नव-प्रवर्तन लाने का प्रयास करेंगे और इस विकट और विकल परिस्थिति से निपटे का मिलकर प्रयास करेंगे। इसी उम्मीद की किरण के साथ पुनः सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!
नवीन वर्ष
बांह पसारे
शुभ-आरंभ
डॉ. नीरू मोहन ‘वागीश्वरी’