जय माँ भारती , माँ भारती, जय माँ भारती…..
(1)
माँ भारती का लाल जब सरहद पर लड़ने जाता है।
उड़ उड़ के मिट्टी बदन को चूमे दुश्मन भी थर्राता है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……
(2)
सीना तान के माँ मस्तक पर शौर्य तिलक करती है।
वीर सिपाही जब घर से विजय पताका लेके चलता है।
तीन रंग में रंगा तिरंगा सरहद पर फहराता है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……..
(3)
छलनी होता उस माँ सीना जब लहू धरा पर पड़ता है।
अमर शहीद होकर वो माँ भारती के आँचल में सोता है।
कर्तव्य पूर्ण कर गौरान्वित सारा जहां कर जाता है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……..
(4)
हो भगतसिंह या वीर शिवाजी या झांसी की रानी हो।
अतुल्य, अमिट ऐसे जाबांजो की अमर कहानी हो।
बच्चा बच्चा माँ भारती का यश-कीर्ति फैलाता है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……..
(5)
मन मे भर उमंग चल रहे है, संग-संग ये धरा ये गगन।
माँ के आँचल में है सुरक्षित हर बालक का बचपन।
त्याग, बलिदान, शांति, संपन्नता से रंगा तिरंगा है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……..
(6)
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हमको जाना है।
माँ भारती के आँचल को खुशियों से भर देना है।
वीर सपूत, कर्मवीर ,माँ का लाल कहलाता है।
ऐसे भारत के वीर पुत्र को नमन हमारा है……..
अमिता मिश्रा
बिलासपुर, छत्तीसगढ़