नमन तुम्हें हम करते सरदार
जन्म ले भारत भू पर
पावन देश को किया
देशहित नित्य कष्टों को झेला
हवा जेल की कई बार खाई.
ईमानदारी,देश प्रेम रग- रग में समाया
किसानों के बने नायक
सरदार कहलाए.
नमन तुम्हे हम करते सरदार.
हैदराबाद जूनागढ़ और कश्मीर के
हठधर्मियों को सबक सिखाया.
बिना खून बहाए, एकजुट भारत को किया
लोह पुरुष कहलाए.
नमन तुम्हें हम करते सरदार.
हिमालय से ऊंचा मनोबल रखते
सुलझाए सारे जटिल काम
दिव्य प्रतिभा के धनी
देश प्रेम से ओतप्रोत,जनप्रिय नेता
अनुकरणीय जीवन आपका
नाम विश्व में कमाया.
नमन तुम्हें हम करते सरदार.
संदेश” एकता” का दिया आपने
“राष्ट्रीय एकता दिवस” रूप में जन्मदिन मनाते हम सब.
“भारत रत्न”देकर ,सम्मान देश ने किया आपका.
देश कभी भुला न सकेगा आपको
दिलों में सदा रहोगे आप
नमन तुम्हें हम करते सरदार.
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चंन्द्रकला भरतिया
नागपुर महाराष्ट्र.