दिनांक 14 सितंबर 2023 देव समाज विद्यालय नेहरू नगर के मुक्त आकाश रंगमंच पर हिंदी विभाग द्वारा ‘काव्य गंगा’ कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के छठी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा के नवांकुर कवियों ने विभिन्न प्रतिष्ठित रचनाकारों एवं कवियों की कविताओं का अपने–अपने अंदाज़ में वाचन किया। वीर एवं हास्य व्यंग्य रस को समेटे अटल जी की कविता ‘जंग न होने देंगे’, ‘बबली की दिवाली’, हास्य रस पर आधारित हुल्लड़ मुरादाबादी की कविता ‘भारतीय रेल’, सुमित्रानंदन पंत जी की ‘ग्राम श्री’, कविता तिवारी की देशभक्ति पर आधारित वीर रस को समेटे कविता ‘क्षितिज पर शौर्य गूंजेगा स्वयं दिनमान बदलेगा’, आशुतोष राणा जी की ‘कर्ज़ और फर्जी’, अनेक ऐसी ही प्रेरणात्मक कविताएं, अनेक रसों को समेटे, अनेक भावों को संजोए विभिन्न विषयों को साथ लिए आज ‘काव्य गंगा’ देव समाज के प्रांगण में निर्झर बही। संपूर्ण कार्यक्रम की नवल रश्मियों के आकर्षण का केंद्र बने पहली कक्षा और पांचवी कक्षा के छोटे नवांकुर कवि जिन्होंने अपनी कविताओं में हिंदी के महत्त्व को प्रदर्शित किया। देव समाज विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज मदान जी ने इस विशेष और पवन अवसर पर अपने पुष्प गुम्फित आशिष वचनों से सभी नवांकुरों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि हिंदी भाषा में विद्यार्थियों की रुचि उत्पन्न करने के लिए समय–समय पर हिंदी विभाग इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करने का प्रयास करता रहे। उप प्रधानाचार्या सुश्री सुषमा जी ने भी हिंदी भाषा पर अपने विचारों को व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को हिंदी की सार्थकता और महत्त्व से परिचित करवाया। श्री मनोज मदान जी ने नवांकुरों की प्रशंसा करते हुए हिंदी विभाग के शिक्षकों के अथक प्रयासों की सराहना की।