जनता या चोर
(शासन-प्रशासन का विशेष ध्यानाकर्षण)
आज के दिन यह शीर्षक पढ़कर थोड़ा अजीब अवश्य लगेगा किन्तु पत्रकार का धर्म है कि सत्य को सामने रखे। जी हाँ, दिल्ली की बात करें विशेषकर लाजवंती गार्डन, नई दिल्ली-110046 की जिसमें गली नम्बर 8 में 5 जून को दिन दहाड़े चोरी की घटना घटित होती है। पुलिस को सूचना समय पर दे दी जाती है। पीसीआर, थाने की पुलिस तथा क्राइम ब्रांच सभी अपने अपने समय को कार्यप्रणाली के अनुसार अपनी उपस्थिति दर्ज भी कराते हैं। मायापुरी थाना जिसमें यह क्षेत्र आता है, वहीं भी प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करा दी जाती है। ए.सी.पी. नारायणा, एचएचओ-मायापुरी, डीसीपी-वेस्ट महोदय के संज्ञान में विशेष अनुरोध के साथ बात रख दी जाती है। 2 महीने से ऊपर का समय हो चला है और कोई ठोस कार्यवाही या नतीजा सामने नहीं आ रहा है।
लाजवंती गार्डन, नई दिल्ली-110046 में इस घटना के बाद भी दो और चोरी की वारदात हो जाती हैं। विशेष बात यह कि मात्र 12 गलियों की छोटी सी कॉलोनी में पिछले डेढ़-दो सालों में लगभग 2 दर्जन से अधिक चोरी (घर-दुकान अथवा वाहन) की घटनाएँ घटित हो जाती हैं। शायद किसी केस में पुलिस के हाथ सफलता अर्जित की हो, किन्तु जब पूछा जाता है तब उत्तर मिलता है – पूरा पुलिस विभाग जी-जान से कार्यरत है।
इस पूरे घटनाक्रम में यह भी बात सामने आ रही है कि आपकी शिकायत पर कार्यवाही हो और उसमें सफलता प्राप्त हो क्या उसके लिए राजनीति में या उद्योग जगत में आपका माई-बाप, रिश्तेदार होना आवश्यक है? अन्यथा किसी साधारण व्यक्ति की शिकायत मात्र एक प्रक्रिया बनकर रह जाती है।
5 जून की घटना का जिक्र हमने किया उसके साथ पिछले 3-4 वर्षों में यह चौथी एफआईआर है पहली ऑनलाइन फ्राड (धोखाधड़ी) जिसकी समय पर शिकायत किये जाने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिला। स्कूटी की चोरी हो जाना जिसकी एफआईआर पर 6 महीने के बाद अनट्रेसेबल का मैसेज ईमेल द्वारा प्राप्त हो जाता है। फिर इसी क्षेत्र में गाड़ी-स्कूटर की चोरी होना तथा एक साथ 10-10 गाड़ियों की बैटरी चोरी हो जाना और इस पर विशेष यह कि एक अन्तराल में निरन्तर यह प्रक्रिया का चलते रहना और दिल्ली सरकार द्वारा भी जगह-जगह कैमरे लगाए गये हैं और लोगों ने भय के साये में जीने के कारण अपने व्यक्तिगत कैमरे भी लगा रखे हैं। तब भी ये घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। इन सभी बातों से यह स्पष्ट हो रहा है कि दिल्ली की जनता, विशेषकर दिल्ली-110046 (लाजवंती गार्डन-नांगल राया क्षेत्र) की जनता परेशान है, भयभीत है और वो पुलिस प्रशासन की ओर टकटकी लगाए देख रही है कि शायद कोई हल होगा लेकिन चोर-लुटेरे भयमुक्त, धड़ल्ले से अपना काम करते जा रहे हैं। विचारणीय, अति गंभीर विषय….