पंकज सी बी मिश्रा, राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार जौनपुर
राजनीति में थप्पड़ खाना कभी कभी जरुरी हो जाता है। ये अलग बात है कि कभी थप्पड़ आप खुद आर्गेनाइज करवाते है और कभी कभी यह विपक्ष आर्गेनाइज करा के देता है या फिर कभी कभी देश के होनहार भगत सिंह टाइप के युवा सधे लफंगो को राजनीति करते देख लगा देते है। मसला झन्नाटेदार थप्पड़ का है जिसे लगे उसे ही समझ आवे बाकी तो अनुभव कन्हैया कुमार के पास ज्यादा है इस मुद्दे पर। उन्हें ना जाने क्या सोच के लोग गाहे बगाहे लगा देते है। कुछ हो ना हो थप्पड़ खा खा के राजनीति करने के लिए कन्हैया जैसे लोग हमेशा याद किए जायेंगे। इतिहास में कम ही लोग है जो इतनी कम उम्र में केवल थप्पड़ के भरोसे राजनीति के शिखर पर पहुंचने की काबिलियत रखते है। कन्हैया कुमार उन्ही कुछ लोगो में से है जो देश की राजनीति में केवल प्रयोग करने आया है ना कि राष्ट्र का भला करने। जितना भारी थप्पड़ उतनी भारी पब्लिसिटी और फिर उतना ही ज्यादा शोर कि लोकतंत्र खतरे में है, दलित खतरे में है फला फला । वैसे अगली बार जब भी ऐसे प्रयोग की मंशा हो तो इसे देश हित में बंद कमरे में करवाये कन्हैया कुमार जी ताकि आपकी नौटंकी का प्रदर्शन हम सबको ना झेलना पड़े। उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रहे कन्हैया कुमार पर चुनाव प्रचार अभियान के दौरान दो होशियार युवकों ने उन्हें झन्नाटेदार थप्पड़ रसीद की जिसके बाद उनकी जीत पक्की मानी जा रहीं थी क्यूंकि वो कह रहें युवक बीजेपी के थे जबकि लोग कह रहें युवक केजरीवाल के थे अब ऐसे में युवकों से पूछा गया तो उन्होंने कहा हम देश के है । इस दौरान वहां काफी बड़ी संख्या में मौजूद समर्थकों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया। यह हमला उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर थाना इलाके के करतार नगर में पिछले दिनों हुआ। हमला करने वाले युवक कन्हैया को माला पहनाने आए थे। बताइये जरा माला पहना के थप्पड़ कौन मारता है भाई ! मतलब कन्हैया कुमार है तो कोई भी बजा के निकल लेगा क्या ! हालांकि फिर कन्हैया ने वहीं पुराना पैतरा चला और आरोप लगवाया कि इस दौरान युवक ने आप पार्टी की महिला पार्षद के साथ बदतमीजी की। इस संबंध में महिला पार्षद ने पुलिस को शिकायत भी कर दी ताकि केस तगड़ा बन सकें !
वीडियो में दिख रहा था कि भारत तेरे टुकड़े होंगे वाले कन्हैया कुमार आप पार्टी के कार्यालय से बाहर निकल रहे होते हैं। इस दौरान दो युवक माला लेकर आते हैं। इस दौरान माला पहनाने के लिए एक युवक जैसे ही कन्हैया कुमार के नजदीक जाता है वह उन्हें जोरदार थप्पड़ मार देता है। इसके बाद वहां मौजूद कांग्रेस समर्थक थप्पड़ मारने वाले युवक को पकड़ लेंते हैं। युवकों ने वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि जो भी भारतीय सेना का अपमान करेगा उसका यही हाल होगा। जो भारत के टुकड़े करने की बात करेगा जो कहेगा अफजल हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है कहने वालों का यही हाल होगा। वीडियो में दिख रहे दोनों युवक यह दावा कर रहे थे कि इस घटना में किसी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। हमनें किसी के कहने पर यह नहीं किया है। यह हमनें देश के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ किया है। बात तो सही है क्यूंकि राजनीति में सरल एंट्री लेने का दो ही तरीका है या तो अफजाल गुरु और मुख़्तार टाईप के लोगो की खुले मंच से जय जयकार कर दो या फिर सरे आम दो चार थप्पड़ खा लो। अपना कन्हैया दोनो कर चुका है और इतनी कम उम्र में दिल्ली पहुँच गया। वैसे कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि थप्पड़ मारने वाला युवक का संबंध बीजेपी से है। उन्होंने इससे जुड़ा एक फोटो भी शेयर किया। जिसमें थप्पड़ मारने वाला युवक मनोज तिवारी के साथ नजर आ रहा।वहीं इस हमले के बाद कन्हैया कुमार के कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि कन्हैया को मिल रहे भारी जनसमर्थन और हार के डर से बौखलाए मनोज तिवारी ने यह करवाया । इस घटना के बाद आप ने कहा स्थानीय लोगों में मनोज तिवारी के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है और मनोज तिवारी को चुनाव में सबक सिखाने की बात करते नजर आए पर स्थनीय लोग थप्पड़ से खुश नजर आए और आप की बात का खंडन किया। मतलब उन्हें भी थप्पड़ शो पसंद है और इसकी आदत लग चुकी है क्यूकि केजरीवाल इसे अपने रिस्क पर कई बार खा चूके है। कन्हैया कुमार के साथ सहानुभूति हो भी तो क्यों ! क्या पता कन्हैया ने ही अपने साथीयों को गुंडे के भेष में भेजकर खुद पर हमले की कोशिश करवाई जैसा फिल्मों में होता है ताकि कैमरा मैन इधर फोकस करो किया जा सकें । सब जानते हैं कन्हैया कुमार कांग्रेस के अधीन है तथा पिछले दस सालों से केजरीवाल के इशारों पर नाच रहें है। इसलिए यहां सब कुछ आसान है। दिल्ली में ही दो लोगो ने प्रैक्टिकल के तहत खड़े कन्हैया कुमार को माला पहनाई और थप्पड़ जड़ दिए और कहा कन्हैया को भारत तेरे टुकड़े-टुकड़े होंगे, अफ़ज़ल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल ज़िंदा है का जवाब दें दिया।ये बात दोनों युवाओं ने सोशल मीडिया पर भी प्रसारित की।उनको ये हिम्मत की दाद देता हूँ। यह स्पष्ट हो चुका है नारे लगाने वाले प्रायोजित थे और आप के ही युवक थे। झूठ का लबादा ओढ़ कर ऊपर से लेकर नीचे तक केजरीवाल जिस तरह पतन की ओर जा रहें वह सामने है। कन्हैया कुमार ने तो बेख़ौफ़ कहा है वे गांधी के अनुयायी है दो चार और खा सकते है तो क्या यह इशारा है ! माला पहनकर थप्पड़ खाना तो इनके डीएनए में है। ये अपने काम में माहिर रहें है । दिल्ली की राजनीति में माहौल बदल रहा है इसका एक प्रमाण मनोज तिवारी के प्रचार में शामिल एक फर्जी कार्यकर्ता ने प्रायोजित इंटरव्यू में कहा ,यह दिखावा है उसके साथियों की वोट कन्हैया को ही जा रहा है।बहुत से ऋषि महात्मा लोग कन्हैया के मनोवृत्ति के बताए जा रहे हैं। केवल इसके लिए दहशत का माहौल है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ना जाने कितनी बार इस अनुभव से गुजर चूके है बात चप्पल तक आ गई थी। उधर आवास के अंदर का है स्वाति मालीवाल ने भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के पीए ने उनको थप्पड़ मारे और ना जाने क्या क्या किया ? बात सिर्फ इतनी सी है कि ये आपिये थप्पड़ खाने में माहिर है और कन्हैया कुमार उन्ही का चेला है। यह थप्पड़ वप्पड़ तो चलता रहेगा।