लाल बिहारी लाल
नई दिल्ली। पुस्तकों का महाकुंभ बहुभाषी भारत के रंग नई दिल्ली में देखने को इस बार मिलेगा विश्व पुस्तक मेले में । 10 से 18 फरवरी तक आयोजित विश्व पुस्तक मेला में इस बार 40 देश और 2000 से ज्यादा प्रकाशकों(स्टाँल) की भूमिका रहेगी ।इस वर्ष मेले का थीम है बहुभाषी भारतः एक जीवंत परंपरा। इसके माध्यम से इस बार भारत की संस्कृति, समृद्धि, और व्यवसाय विविधता की झलक मेले में देखने को मिलेगा। पुस्तक मेले का प्रवेश शुल्क (टिकट) 20 रुपये रहेगा जबकि स्कूली बच्चों एंव बुजुर्गों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। टिकट की सुविघा डिजीटल मोड एंव 20 प्रमुख मेट्रों स्टेशनों पर उपलब्ध रहेगा साथ ही साथ पूरे मले को 5 हौलों में प्रदर्शित किया जायेगा। हाँल 1 से 5 में , हॉल नंबर 5 में थीम के इर्द-गिर्द ही प्रकाशक को उपलब्ध कराया गया है इसके साथी हॉल नंबर 4 में गेस्ट ऑफ ऑनर देश के तहत इस बार सऊदी अरब को जगह दी गई है वही हाल नंबर 3 स्पेशली इस बार बच्चों के लिए बनाया गया है जहां सिर्फ बच्चों की एक्टिविटी और वहां उनसे संदर्भित पुस्तकों को उपलब्ध कराया गया है। वही हाल नंबर दो बहुभाषी थीम पर तथा हॉल नंबर 1 साइंस और टेक्नोलॉजी थीम पर आधारित पुस्तकें उपलब्ध रहेगी ।राज्यों में इस बार लद्दाख,जम्मु और काशमीर को जगह दी गई है। बात करें प्रवेश की तो अगर आप मेट्रो से आते हैं तो गेट नंबर 10 से एंट्री है साधारण प्रवेश गेट नंबर पांच और चार नंबर से भी है । इस पुस्तक मेले में प्रति दिन साहित्यिक औऱ सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जायेगा।