एयर पॉवर इन नो वॉर, नो पीस सिनेरियो’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद किया और बालाकोट हवाई हमला करने वाले जवानों को सलाम किया।
‘सेंटर फॉर एयर पॉवर स्टडीज’ में उन्होंने कहा, ‘‘हमें जो काम मिला है यदि उसके लिए हमें तैयार रहना है तो यह जरुरी है कि हम जमीन, आसमान और समुद्र में हर वक्त विास योग्य प्रतिरोधक क्षमता कायम रखें।’’ उन्होंने ‘संकर युद्ध’ को एक वास्तविकता की संज्ञा देते हुए इस युद्ध द्वारा उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सैनिकों के प्रशिक्षण को पुनर्गठित करने की जरूरत पर जोर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज दुनिया आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए सामूहिक राजनयिक और वित्तीय दबाव के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने (एफएटीएफ के संदर्भ में) कहा कि हमने अभी हाल में पाकिस्तान पर सामूहिक, राजनयिक और वित्तीय दबाव के प्रभाव को देखा है। कार्यक्रम को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख आर.के. भदौरिया ने भी संबोधित किया।