कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अल्पावधि सैन्य भर्ती कार्यक्रम अग्निपथ को लेकर शनिवार 30 दिसम्बर को केंद्र की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने अनगिनत मेहनती और होनहार युवाओं के समर्पण तथा सपनों को बर्बाद कर दिया है।
गांधी ने युवाओं से अपनी मुलाकात पर कहा, ‘‘ये युवा अपना संघर्ष बयां करने के लिए चंपारण से पैदल आए हैं। ऐसे कई युवाओं को पूरी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद नियुक्ति का झूठा आश्वासन दिया गया और अंत में उन्हें अग्निपथ के बहाने उनके हाल पर छोड़ दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज इन युवाओं के पास बेरोजगारी, निराशा और अपमान के अलावा कुछ नहीं बचा है। उनके पास सेना के अलावा कोई प्लान बी नहीं है।’’
वेर्तुअल मीटिंग में युवाओं ने गांधी को बताया कि उन्हें सेना में भर्ती के लिए चुना गया था लेकिन अग्निपथ योजना की घोषणा के कारण उनका भविष्य अधर में लटक गया।
गांधी ने उनसे कहा कि सरकार को उन्हें पर्याप्त मुआवजा देना चाहिए।
अग्निपथ योजना 14 जून, 2022 को घोषित की गई थी। इसमें साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार वर्षों के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और अधिक वर्षों के लिए बनाए रखने की योजना है।