विश्व पुस्तक मेला में डॉ.राहुल की नवीनतम पुस्तक
“आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अयोध्या” का लोकार्पण
सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं समालोचक प्रो करुणा
शंकर उपाध्याय, अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, मुम्बई
विश्वविद्यालय ने किया।उन्होंने कहा कि यह अत्यन्त
महत्वपूर्ण और उपयोगी पुस्तक है।इसमें अयोध्या के
इतिहास से संबंधित अनेक ऐसी दुर्लभ जानकारियां
दी गई हैं जो जिज्ञासा जागृत करती हैं।इतिहास के
परिप्रेक्ष्य में भारतीय संस्कृति के अध्येता प्रसिद्ध
विद्वान डॉ.राहुल ने अयोध्या के अतीत गौरव का
उल्लेख करते हुए राम-जन्मभूमि के तथ्यात्मक
दस्तावेज से उसकी पुष्टि करते हुए मुगलकाल में
हुए ऐतिहासिक युद्ध- तिथियों एवं आजादी के
बाद के विवादों-महत्वपूर्ण निष्कर्षों का भी जिक्र
किया है।आधुनिकता के सन्दर्भ में राम-जन्मभूमि
की माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नींव-पूजन
और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा विशिष्ट
योजनाबद्ध ढंग से किए जा रहे नवनिर्माण सम्बन्धी
योजनाओं की भीअद्यतन स्थिति और ‘गर्भगृह’ की
मार्मिक झांकी भी दी गई है। पुस्तक बहुत ही रोचक
और नवीनता की दृष्टि से भी अपनी विशेष महत्ता
रखती है।यह अयोध्या के इतिहास और आधुनिकता
के परिप्रेक्ष्य में पहली महत्वपूर्ण पुस्तक है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ.राहुल की अबतक 70 से
अधिक कृतियां प्रकाशित हो चुकी हैं।कविता,कहानी-
उपन्यास,आलोचना के अतिरिक्त एक दर्जन बाल-
साहित्य और राजभाषा विषयक पुस्तक पठनीयता
और उपादेयता की दृष्टि अपनी पृथक पहचान कायम
करती हैं।
इस अवसर पर डॉ.राहुल ने प्रो. उपाध्याय के प्रति
आभार व्यक्त किया और महेंद्र वशिष्ठ,स्टैंडर्ड पब्लिशर्स
(इंडिया) नयी दिल्ली ने अन्य आगन्तुकों को धन्यवाद
ज्ञापित किया।