नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा श्री गुरु नानकदेव जी के 550वें शताब्दी वर्ष
के सिलसिले में कोरोना महामारी की वजह से बंद हुए कवि दरबारों को ऑनलाईन
के माध्यम से शुरु किया गया है । इस कड़ी में भारतीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा तीसरा
ऑनलाइन कवि दरबार आयोजित किया गया । जिसमें विभिन्न कवियों द्वारा श्री गुरु
नानकदेव जी की महिमा का कविताओं द्वारा गुणगान किया गया । यह कवि दरबार
त्रिभाषीय (हिन्दी, पंजाबी व उर्दू) थे । भारत सरकार की स्टेयरिंग कमेटी के सदस्य
व कवि दरबार श्रंखला के प्रमुख स–हरजभन सिंह दिओल ने यह जानकारी दी । सहरभजन सिंह दिओल ने यह भी बताया कि यह सारे कार्यक्रम नवम्बर 2019 व 31
अक्टूबर, 2020 तक भारत सरकार द्वारा मनाए जा रहे है । यह ऑनलाईन कवि दरबारों
की श्रंखला निरंतर जारी रहेगी । भारत सरकार यह चाहती है कि श्री गुरु नानकदेव जी
की शिक्षाओं को कवियों के द्वारा सभी देश के नागरिकों तक पहुंचाया जाए । इस कवि
दरबार प्रो– कुलदीप सलिल, स– करमजीत सिंह नूर, स– रछपाल सिंह पाल, डॉसर्वजीत कौर संधावालिया, स. गुरचरन सिंह चन, स. सतिन्दरजीत सिंह कलेर ने अपनी कविताएं सुनाई । मंच का संचालन स– हरभजन सिंह दिओल ने बाखूफी किया ।
यह सारे कार्यक्रम भारत के संस्कृति मंत्रालय द्वारा इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के
माध्यम से आयोजित किए जा रहे है । यह सारे कार्यक्रम डॉ. सच्चिदानन्द जोशी–सदस्य
सचिव–आई–जी–एन–सी–ए–, डॉ– अचल पाण्डया के सहयोग से सम्पन्न किए जा रहे है ।
–जारीकर्ता स.हरभजन सिंह दिओल
प्रधान–दिल्ली एन–सी–आर