Latest Updates

मँद न होने पाए लौ आज़ादी के हुस्न ओ जमाल की प्रीत की डोर से बँधी रहे कलाई हर माँ के लाल की

मँद न होने पाए लौ आज़ादी के हुस्न ओ जमाल की प्रीत की डोर से बँधी रहे कलाई हर माँ के लाल की वो कितना खूबसूरत नज़ारा होगा जब समस्त भारत बिना किसी भेदभाव के एकता की डोर से बँधा हर लम्हा आज़ादी का जश्न मनाएगा।लेकिन क्या एैसा सँभव है? जी हाँ अगर शिव जी…

Read More

उ.प्र. के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने डाक निदेशक एवं साहित्यकार केके यादव को किया सम्मानित

लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ एवं चर्चित  ब्लॉगर व साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव को प्रशासनिक एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने विधायी एवं न्याय मन्त्री श्री बृजेश पाठक की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में “भोजपुरी गौरव” सम्मान से विभूषित किया।…

Read More

आज का दिन है ऐतिहासिक

हीरेंदर चौधरी ‘जापानी’ आज का दिन है ऐतिहासिक आज का दिन है बहुत महान आज के दिन पूर्ण हुए हैं 72साल से लटके काम। नमन है मोदीजी को है शाहजी को प्रणाम। लौह पुरुष हैं दोनों ही तुरंत करें सभी ही काम। है विश्वास झलकता इनमें नामुमकिन को मुमकिन कर दें दुनिया जो सोच ना…

Read More

आजादी का मीठा फल जब आम आदमी खाएगा

डॉक्टर सुधीर सिंह आजादी का मीठा फल जब आम आदमी खाएगा, तब   तिरंगा  आसमान  में   लहर-लहर  लहराएगा. अभी  गरीबी गई  नहीं  है  हिंदुस्तान  के  आंगन से, मुक्त  नहीं  है आम जनता  मजबूरी और शोषण से. कृषि प्रधान देश  की  धरती  आज भी असिंचित है, बाढ़-सुखाड़ से  दुखी किसान घर में बैठा चिंतित है. कागज के…

Read More

स्वाधीन भारत बनाम रक्ष्य वचन पर्व

थाल सजाकर बहन कह रही,आज बँधालो राखी। इस राखी में छुपी हुई  है, अरमानों की  साखी।। चंदन रोरी अक्षत मिसरी, आकुल कच्चे-धागे। अगर नहीं आए तो  समझो, हम हैं बहुत अभागे।। क्या सरहद से एक दिवस की,छुट्टी ना मिल पायी? अथवा कोई और वजह है, मुझे बता दो भाई ? अब आँखों को चैन नहीं…

Read More

समय बडा बलवान

माँ ने आँगन में जो बोए थे सपनो के पौधे कभी, वक्त की कंकरीट के आगे वो पौधे ही उजड गए। पिता ने जो उम्मीद का दामन थामा था कभी, वो उम्मीदे घर छोड़,नया असियां बनाने निकल गई। दोनों ने मिलकर जो सपनो की पौध लगाई थी कभी, वक्त के माली ने उनके बढ़ते ही…

Read More

एक निर्णय इस कदर, इतिहास पर भारी पड़ेगा

एक कतरा अन्न ज्यों, उपवास पर भारी पड़ेगा एक आंसू भी कभी, उल्लास पर भारी पड़ेगा आने वाली पीढ़ियों को, याद होगा आज का दिन एक निर्णय इस कदर, इतिहास पर भारी पड़ेगा यशपाल सिंह

Read More

इतिहास बदलते बदलते भूगोल बदल डाला,

इतिहास बदलते बदलते भूगोल बदल डाला, मोदी व शाह की जोड़ी ने माहौल बदल डाला। कुछ सिरफिरे आज भी हैं गद्दारी पे आमादा, साहस भरे कदम ने उन्हें बेनकाब कर डाला। आज देश की जीत हुयी है, राष्ट्रवादी विचारों नें काश्मीर फ़तह किया है, ये भारत मां की विजय हुयी है, आजादी के बाद से…

Read More

धारा तीन सौ सत्तर से मुक्ति (घनाक्षरी )

सुखद घड़ी है आई सबको देते बधाई धारा तीन सौ सत्तर से मुक्ति जो पाई है। धैर्य और योजना से ऐसा पासा फेंक डाला कश्मीरी नेताओं की शामत जो आई है। जिन्हें छोड़ना पड़ा था कश्मीर रातों रात आज उन्हें न्याय वाली किरण दिखाई है घर घर दीप जले आज मोदी जी सारे ही भारत…

Read More

भारत का वर्तमान नेतृत्व सशक्त और सतर्क है

भारत का वर्तमान  नेतृत्व  सशक्त और सतर्क है,राष्ट्रहित में  निर्णय  लेने  में  सजग और निडर है.धारा 370 काअब कश्मीर में रहा न नामोनिशान,कश्मीर से कन्याकुमारी तक रहेगा एक संविधान.जम्मू-कश्मीर व लद्दाख  में  सिर्फ तिरंगा फहरेगा, राष्ट्रध्वज के सामने वहां जयहिंद का नारा गूंजेगा.भारतमाता के आँगन का  जन्नत है जम्मू-कश्मीर,धारा 370 की विदाई से चमकेगी उसकी तकदीर. इस…

Read More