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नहीं हो पाई चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग , शीघ्र होगी नयी तारीख की घोषणा

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश): भारत के महत्वपूर्ण चंद्र मिशन चंद्रयान-2 रॉकेट ‘बाहुबली’ में तकनीकी खराबी  आने के कारण सोमवार को प्रक्षेपण से ठीक एक घंटे पहले इसकी लॉन्चिंग को रोक दिया गया। इसरो के एक अधिकारी ने बताया, “तकनीकी खामी पाई गई। जिसे दूर करने के लिए हमें पहले वाहन तक जाना होगा और  हमें रॉकेट…

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लोकसभा अध्यक्ष का सांसदों से बापू के स्वच्छता मिशन को पूरा करने का आग्रह

नई दिल्ली: संसद भवन परिसर में ‘स्वच्छता अभियान’ के दूसरे दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों से गांधी के स्वच्छता मिशन को पूरा करने की दिशा में कार्य करने का आग्रह किया । लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने खुद भी संसद परिसर की सफाई की और सफाई अभियान की प्रगति कैसी चल रही है…

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बलात्कार की व्यापकता

  डॉ. अवधेश कुमार अवधजब से मूलभूत आवश्यकताओं के अभाव में लोगों के मरने की समस्या खत्म हुई है, मानव जनित एक नई समस्या ने आकर समाज को घेर लिया है। मानव द्वारा मानव का बलात्कार। उम्र और लिंग को नजरअंदाज करते हुए बलात्कार। निजी और सार्वजनिक स्थलों पर बलात्कार। दुधमुहे बच्चों से लेकर मरणासन्न तक…

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नारी तू नारायणी

नारी शक्ति का परिचय इस देश को आदि काल से होता रहा है।वेदो पुराणो और ग्रंथो से लेकर इतिहास और आज के आधुनिक परिप्रेक्ष्य में भी देखने को मिलता है।आदि काल में सती, दुर्गा, सरस्वती, पार्वती और अनेक सती की कहानी का वर्णन है तो इतिहास में रानी लक्ष्मी बाई सरोजनी नायडू मदर टेरेसा आदि…

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विकास के नाम पर लूट-खसोट अपराध है

विकास के नाम पर लूट-खसोट अपराध है,आम गरीब जनता के  साथ विश्वासघात है.जनता को  जागने व जगाने की जरूरत है,हक की हकीकत  समझने  की  जरूरत है.गरीबों के  घर में भूख, भय और बीमारी है,आम आदमी का शोषण आज भी जारी है.किसान को अमीर लोग अन्नदाता कहते हैं,उनकी मजबूरी का फायदा  खूब  उठाते हैं.बद से बदतर…

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पिता की वाणी में मिठास व माधुर्य कम

डॉक्टर सुधीर सिंह पिता की वाणी  में  मिठास व माधुर्य कम, अनुशासन का  कड़वापन  बहुत  रहता है. जिस संतान ने इस रहस्य को समझ लिया, उसका पारिवारिक  जीवन  सुखी रहता है. पिता को चिंता  है  बच्चों  के  भविष्य  की, इसलिए संतान को वह पुरुषार्थी बनाता है. निष्ठुर,अनुशासित  एक दृढ़  गुरु  की तरह, चुनौतियों से  लड़…

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आलोचना की प्रासंगिकता

 डॉ. अवधेश कुमार ‘अवध’ आलोचना, समीक्षा या समालोचना का एक ही आशय है, समुचित तरीके से देखना जिसके लिए अंग्रेजी में ‘क्रिटिसिज़्म’ शब्द का प्रयोग होता है। साहित्य में इसकी शुरुआत रीतिकाल में हो गई थी किन्तु सही मायने में भारतेन्दु काल में यह विकसित हुई। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी का इसमें महती योगदान है…

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बजट

बजट के माध्यम से बढेगी गरीबों,मजदूरों, किसानो और महिलाओ की शक्ति सभी क्षेत्रों में योजनाओं से होगी वृद्धि राष्ट्र की बढेगी आर्थिक समृद्धि । अमीरो की हाय-हाय गरीबों का सौभाग्य अतिरिक्त टैक्स चार प्रतिशत गरीबों के लिए लाएगा अनेक वित्तीय उपहार। टेक्स स्लैब में बदलाव नहीं पाँच लाख आमदनी वालो को टैक्स देने का अधिकार…

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बरसती फुहारें

बरसती फुहारों में झूमे है मन, चलो उड़ जायें कहीं दूर चलो । लगा पंख मांग किसी पंक्षी के, चलो आज गगन के पार चलो। सारी उलझनें सुला कर कोने में, खुशियों के संग उड़ जायें चलो। कहां से आया है झूमता बादल , चलो इन बादलों के साथ चलो। गीत सीखेंगे कोयल से हो…

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अनुराधा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित 13 पुस्तकों का हिंदी भवन में होगा भव्य लोकार्पण

विभिन्न प्रदेशों से जुड़े साहित्यकारों के साझा संकलन 1. काव्य अमृत 2. कथा संचय 3. सीप में मोती 4. हास परिहास 5. दिव्य चेतना का लोकार्पण विश्व विख्यात कवयित्री डॉक्टर सरोजिनी प्रीतम, प्रसिद्ध गीतकार, पत्रकार पंकज शर्मा जी , राष्ट्रीय हास्य कवि महेंदर शर्मा जी , कविता मल्होत्राजी , मधु मधुबाला , मनमोहन शर्मा ‘शरण’…

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