चंडीगढ़, 4 मई। अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा द्वारा लॉकडाउन के दौरान प्रदेशवासियों की छिपी हुई प्रतिभा को सवारने और उन्हें एक मंच प्रदान करने के लिए आयोजित की गई क्रिएटिव पीपल ऑफ हरियाणा प्रतियोगिता के परिणाम आज घोषित कर दिए गए है। परिणाम जारी करते हुए समाज की साहित्य प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. इंदु गुप्ता ने बताया कि समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के संयोजन में आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रदेशभर से 5 हजार से भी ज्यादा लोगों ने विभिन्न कला क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाते हुए हिस्सा लिया। परिणाम बताते हुए इंदु गुप्ता ने बताया कि विजयी उम्मीदवारों का चयन आसान नहीं रहा क्योंकि लोगों की प्रस्तुतियां इतनी क्रिएटीव थी की किसी एक को चुनना उनकी टीम के लिए बेहद मुश्किल भरा काम रहा। डॉ. इंदु गुप्ता फरीदाबाद ने बताया कि डॉ. उर्मिला सिंगला गुरूग्राम के साथ तीन दिन की कड़ी मस्कत से परिणाम बन पाया है। उन्होंने बताया कि प्रथम पुरस्कार के लिए भिवानी निवासी योगेश को चुना गया है जिन्होंने स्केचिंग/चित्र में बहुत ही खुबसुरती के साथ अपना हुनर संजोया है। द्वितीय पुरस्कार के लिए डबवाली के राकेश सिंगला को चुना गया है जिन्होंने स्वरचित काव्य पाठ में बेहतरीन शब्दावली रची है। वहीं तृतीय पुरस्कार के लिए ग्रेटर फरीदाबाद के देवेश भटनागर को चुना गया है, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज में शानदार गीतों की प्रस्तुति दी है। इंदु गुप्ता ने बताया कि प्रदेशभर इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभाएं सामने आने के कारण उपरोक्त तीन के अलावा 2 सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए है। सात्ंवना पुरस्कार में डबवाली की शिल्पा गर्ग को डांस एक्ट तथा भिवंडी से सुनीता देवी को हरियाणवी स्वरचित काव्य पाठ के लिए चुना गया है। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने उपरोक्त विजयी प्रतिभाओं को बधाई देते हुए इतनी बड़ी संख्या में प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए सभी प्रदेशवासियों का आभार जताया है। बुवानीवाला ने कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से प्रदेश की जो प्रतिभाऐं देखने को मिली वह काफी खुशी देने वाली है। उन्होंने कहा क्रिएटिव पीपल ऑफ हरियाणा के माध्यम से प्रदेशवासियों की छिपी हुई प्रतिभा सामने आई है। 5 हजार लोगों का इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेना काबिलेतारीफ है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाला कोई भी प्रतिभागी इस बात से निराश न हो कि उनका चयन पुरस्कार के लिए नहीं हुआ और वो ये न समझे की उनकी प्रतिभा किसी से कम है। क्योंकि इस प्रतियोगिता का मुख्य मकसद किसी को सर्वश्रेष्ठ चुनना नहीं बल्कि आपकी प्रतिभा को एक मंच भर प्रदान करना था ताकि आपकी प्रतिभा को पूरी दुनियां देख सकें और आप भविष्य में और अधिक क्रिएटिवी के साथ खुद को प्रर्दशित कर सकें। बुवानीवाला ने कहा कि जिस प्रकार इस प्रतियोगिता में प्रदेशवासियों ने हिस्सा लिया है, उसे देखते हुए उनका संगठन भविष्य में प्रदेशवासियों की प्रतिभा सामने लाने के लिए पुन: ओर अधिक ऊर्जा के साथ काम करेंगा।