डॉक्टर सुधीर सिंह
साल बीत जाते ही नया सालआता है,
आइए!उसका हार्दिकअभिनंदन करें।
भूल जाएं हम बीते वर्ष का सारा गम,
नव वर्ष में मिलजुलकर जश्न मनाएं।
परिवर्तन प्रकृति का शाश्वत नियम है,
समस्त संसार उसकी डोरी से बंधा है।
नए साल में सबलोग दृढ़-संकल्प लें,
‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’, लक्ष्य हमारा है।
हर घर में सुख,समृद्धि,शांति वास करे;
सौहार्दपूर्ण परिवेश का सब आनंद ले,
किसी के अंतर्मन में दंभ-द्वेष रहे नहीं,
सकारात्मक सोच से सब सराबोर रहे।
सब स्नेह-सहयोग के साथ प्रगति करे,
मन में वसुधैव कुटुंबकम का भाव रहे।
कोई किसी का कभी दिल नहीं दुखाए,
सुख-दुख में सब सबका भागीदार रहे।