मोदी ने कहा कि सारे राज्यों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाना पड़ेगा। इस दौरान लोगों को अपने घरों में रहना होगा। नए क्षेत्रों में कोरोना को रोकना होगा।
मोदी बोले, “20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने और हर राज्य को और बारीकी से परखा जाएगा। एक हफ्ते तक और सख्ती होगी। जो क्षेत्र अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति और छूट दी जा सकती है। लेकिन मामले बढ़ने पर छूट समाप्त हो जाएगी। इसको लेकर कल एक विस्तृत गाइडलाइंस जारी होंगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में कोरोना की जो स्थिति है, सब भलीभांति परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी और साक्षी रहे हैं।
उन्होंने कहा, “जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उसके पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज जब सौ तक पहुंचे, विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। मॉल, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे।”
उन्होंने कहा कि जब हमारे यहां कोरोना के 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का बहुत बड़ा कदम उठा लिया था।
मोदी बोले, भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया। बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया।