लाल बिहारी लाल
धरती पर लोग जन्म लेते है और अपने ढंग से जीते है औऱ एक दिन इस दुनिया को छेड़कर चले जाते हैँ।यही प्रकृति का नियम है।लेकिन इस धरातल पर कुछ ऐसे महान यशस्वी भी जन्म लिए है जो हमारे बीच हैं,जो दूसरों के लिए जीते है औऱ अपने सद्कर्मों से जन मानस के हृदय में विराजमान होकर अन्तिम श्वास तक श्रद्धा व सम्मान पाते हैं। इनकी,संघर्ष गाथा युवा पीढ़ी को प्रेरणा दे जाती है और समाज में अमिट छाप छोड़ जाते हैं। इन्हीं गुणों से भरपूर ब्यक्तित्व का नाम है मनमोहन शर्मा शरण जो साहित्य के क्षेत्र में काफी जाना पहचाना नाम है। इनके अनुराधा प्रकाशन हो या उत्कर्ष मेल या पोर्टल के माध्यम से युवाओं को साहित्यिक पटल पर एक मंच मिलता है। इनकी संस्था युवाओं को एक सरल मंच प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाती है।
इनकी सहित्यिक अवदान ,समाज,पर्यावरण एवं राष्ट्रीय चेतना के प्रति रुचि सराहनीय है। इनकी रचनाओं में पर्यावरण का संदेश एवं सामाजिक पहलुओं का अभूतपूर्व मिश्रण मिलती है। इनका ब्यक्तित्व जितना ही आकर्षक है,कृतित्व उतना ही समृद्ध है।मित्र बनाने की कला कोई इनसे सीखें । सम्पूर्ण देश में इनके हजारों मित्र बिखरे हुए हैं क्योंकि इनकी प्रकाशन की वजह से देश के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक लोग जुड़े है।इनका जीवन समाज एंव साहित्य को निस्वार्थ भाव से दिशा प्रदान करने में सहायक है। इनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई देता हूँ औऱ इनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ ताकि ये नित्य नए साहित्य की ऊचाइयो को छूते रहें। किसी ने ठीक ही कहा है-
“लोग कहते है बदलता है जमाना अक्सर
मर्द वही है जो जमाने को बदल देता है। “