नमन तुम्हें मेरा शत बार नमन
हे भारत के रत्न तुम्हे मेरा शत बार नमन मौन हो गयी चारो दिशाएँ, शान्त हो गयी सभी हवाये , उदय हुआ गहन उदासी ले सूर्य भी पर निस्तेज सा जैसे कही कुछ खो गया कोई बहुत अपना बस यही खो गया मौन हो चले सभी सुबह के कलरव बस छाई एक निस्तब्धता एक…