आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया।
स्वर्ग से सुंदर दिल्ली को नर्क कर दिया।
अपने ही अपनो के अब खिलाप चल रहे हैं।
कि दिल्ली में ही आस्तीन के सांप पल रहे हैं।
शराब का खराब झमेला हो गया।
दिल्ली में ही ऐसा खेला हो गया।
गुरु बाहर देखो अन्दर चेला हो गया।
आप पार्टी भ्रष्टों का तबेला हो गया।
अपनो ने ही अपनो में अब फर्क कर दिया।
आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया।
स्वर्ग से सुंदर दिल्ली को नर्क कर दिया।
किया ख्याल है आपका आपके महापाप का।
अब भंडा फूटा पापका पाप के महाबाप का।
झूठे कसमें वादे सब धरे रह गए ताक पर।
किया काले सांप लोट गए इनकी साक पर।
Cbi ने कसी नकेल अब भ्रष्टों की नाक पर।
विरोधी भी बैठे हैं सब इनकी फिराक पर।
Cbi ईडी ने भ्रष्टों का पूरा होम वर्क कर दिया।
आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया।
स्वर्ग से सुंदर दिल्ली को नर्क कर दिया।
ऐसे राजनेता बने देखो शराब माफिया।
जेल में साथ निभाएंगे दोनो साथिया।
शिक्षा संग खोली ऐसी मधुशाला।
मधुशाला पे खुद ही डाका डाला।
कि दिल्ली का ऐसा निकाला दिवाला।
कि प्रदूषण से ज्यादा रंग छाया कला।
सच्चाई को जाने क्यों तर्क वितर्क कर दिया।
आप के महापाप ने बेड़ा गर्क कर दिया।
स्वर्ग से सुंदर दिल्ली को नर्क कर दिया।
कवि, मनोज कुमार पत्रकार
ब्यूरो चीफ, उत्कर्ष मेल
मोबाइल न,9311089837