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शबरी से द्रौपदी मुर्मू तक का सफर (महिला दिवस विशेष)

भारतीय संस्कृति स्त्री शक्ति के प्रति अपनी श्रद्धा के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। शक्ति को इस पूजा के एक मूलभूत पहलू के रूप में मनाया जाता है। प्राचीन ग्रंथ मनुस्मृति में कहा गया है, “जहाँ भी महिलाओं का सम्मान किया जाता है, वहाँ देवता मौजूद होते हैं,” जो समाज में महिलाओं के सम्मान…

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आखिर क्यों लोग वोट देने क्यों नहीं निकल रहे?

क्या नागरिक कथित राजनीतिक तानाशाही से उत्पीड़ित महसूस कर रहे हैं और ब्रिटिश राज की याद कर रहे हैं? क्या लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण चुनावी प्रक्रिया में रुचि कम हो रही है? ये ज्वलंत प्रश्न समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उठाए जा रहे हैं, जो चुनावों में मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट से उजागर…

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सार्थक भागीदारी के बिना कैसे हल होंगे आधी दुनिया के मसले

(अगर आधी आबादी से होते हुए भी महिलाएँ इस आबादी की कहानियाँ नहीं कहेंगी, तो कौन कहेगा? केवल महिला दिवस पर ही नहीं, हर रोज़ महिलाओं को लड़ाई लड़नी पड़ेगी इस बदलाव के लिए, अपने हक़ों के लिए। छोटी शुरुआत ही सही, लेकिन शुरुआत सबको करनी पड़ेगी। ये संघर्ष का सफ़र अंतहीन है। महिलाओं के…

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चुनौती है बढ़ता तापमान, बदलता वायुमंडलीय पैटर्न।

वैश्विक समुद्री बर्फ में खतरनाक गिरावट को रोकने के लिए जलवायु कार्यवाही निर्णायक होनी चाहिए। अनुकूली नीतियों और बेहतर ध्रुवीय निगरानी से जलवायु लचीलापन बढ़ेगा। एक टिकाऊ भविष्य उत्सर्जन को कम करने और ग्रह के नाज़ुक क्रायोस्फीयर की रक्षा करने के लिए सभी के दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है। कई समुदायों में जलवायु परिवर्तन…

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भगवान महावीर के उपदेशों का प्रचार करने वाली पुस्तक के लिए Rs.2 लाख का पुरस्कार

भगवान महावीर फाउंडेशन द्वारा 15/02/2025 को डॉ. नेमीचंद जैन मेमोरियल अवार्ड विजेता की घोषणा की गई। प्रोफेसर भागचंद्र जैन “भास्कर” द्वारा लिखित “जैन सांस्कृतिक चेतना के स्वर” को चौथे डॉ.नेमीचंद जैन मेमोरियल पुरस्कार के लिए पुरस्कार विजेता के रूप में चुना गया है। पुरस्कार में 2 लाख रुपये की नकद राशि, एक स्मृति चिन्ह और…

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वीआईपी कल्चर

बेटी के स्कूल का एनुअल फंक्शन था। रितिका जाना भी नहीं चाह रही थी लेकिन बेटी को प्राइस मिलना था इसलिए उसे जाना पड़ा। 6:00 से फंक्शन स्टार्ट था शाम को। इसलिए समय से ही चली गई। ऑडिटोरियम में चार लाइन कुर्सियों की वीआईपी के लिए रिजर्व कर रखी थी जिन पर सफेद कवर भी…

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लाडला मुख्यमंत्री बोलकर राज्य और राजनीति छीन लेती है भाजपा

पंकज सीबी मिश्रा, राजनीतिक विश्लेषक एवं पत्रकार जौनपुर यूपी आपको याद होगा कभी शिवराज सिंह लाडला मुख्यमंत्री हुआ करते थे, उन्हें मध्य प्रदेश की राजनीति छोड़नी पड़ी, वसुंधरा राजे लाडली मुख्यमंत्री हुआ करती थी, उनकी जगह एक नए चेहरे को बिठा दिया गया , कभी एकनाथ शिंदे लाडले मुख्यमंत्री हुआ करते थे और पॉवर में…

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

नारी है भारत की शान  बढ़ाती है जग में सम्मान  सनातन ग्रंथ पढेगी  नया इतिहास गढ़ेगी । जानकी है शक्ति का नाम जिनसे बने राम है राम सावित्री के पति सत्यवान छीन के लाई यम से प्राण।  ब्रह्मा और विष्णु महेश परीक्षा लेने गए विशेष अनसूया सी पावन नार बनाकर बालक झूले डार। राधा मीरा…

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तांटक छन्द

दुख में दीनानाथ हमेशा, साथ खड़े हो जाते हैं। होते वही सहायक सबके, काम सभी के आते हैं। आता है जो जीव शरण में,भवसागर तर जाता है। दयासिंधु के धाम सहज ही, मानव वह जा पाता है। जपले हरि का नाम सखी री, माया एक झमेला है। चारदिनों का जीवन खाली, बस इतना ही खेला…

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मोहन राकेश शताब्दी वर्ष के बहाने

अमृतसर में सौ साल पहले मदन मोहन गुगलानी के नाम से एक मध्यमवर्गीय सिंधी परिवार में जन्मे मोहन राकेश एक बेहतरीन लेखक थे, जिन्होंने कई विधाओं- कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, अनुवादों, यात्रा-वृत्तांतों, आलोचना और व्यक्तिगत डायरियों में कथा-रचना करने की कोशिश की और कहानियों और नाटकों के क्षेत्र में विशेष रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अमृतसर…

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