Special Article
कोरोना से डरे नही, डट कर सामना करें (आलेख)
आज केवल भारत ही नही पूरे विश्व के करीब पचास से अधिक देश कोरोना वायरस के शिकार हो चुके हैं । चीन और इटली में हजारों मौत होने के बाद अब भारत इस परिस्थिती से गुजर रहा है । भारत में भी अभी तक कई मौतें हो चुकी है, ना जाने आगे और कितनी होगी…
मैं, वो और बैंक
मैं, अर्थात आप ही की तरह साधारण जन,ग्राहक, उपभोक्ता, तथा बैंक का सामान्य कर्मचारी व मध्यम स्तर तक का अधिकारी, जिसे अपने ईमानदारी से कर्तव्य पालन करते हुए परिवार का भरण पोषण करना है। ग्राहक व ये कर्मचारी अपनी पूंजी की सुरक्षा व ऋण ले कर जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की आंकाक्षा को ले…
दंगाइयों की इंटरनेशनल बेइज्जती पर आमादा योगी सरकार !
आपको याद होगा कि दंगो पर एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने टिप्पणी किया था कि दंगो को कुचलने का हुनर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से सीखें , ये टिप्पणी यूं ही नहीं था ना ही यह मिथ्या है क्योंकि योगी जी ने वो कर दिखाया जिसकी हिम्मत ना केजरीवाल सरकार…
कभी भी करो-ना तेरा-मेरा
हर तरफ हर जगह बेशुमार आदमी फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी पिछले काफ़ी समय से ये जुमला जनमानस की मानसिक अवस्था की सटीक अभिव्यक्ति बना हुआ है।जिसका एकमात्र कारण है – “मैं और मेरी खुशी”! लगभग हर व्यक्ति मैं-मेरी के कोरोना से ग्रस्त है, जिसके चलते,परस्पर भेदभाव की प्रतिस्पर्धा बाज़ारों से अब हर दिल…
कमल में कीचड़
कमल कीचड़ में ही खिलता है, जब भाजपा अस्तित्व में आई, अपने चुनाव चिन्ह’कमल’को लेबढ़ चढ़ कर यही दावा करती रहीहम अब तक व्याप्त राजनीति के दलदल में,कीचड़ में,कमल की तरह ऊपर है, अलग है, पार्टी विदए डिफरेंस है बस कुछ समय तकऐसा आभास कराया, जब दो सेचौरासी ,फिर एक सौ बियासी, दो सौ बहत्तर…
सिंधिया के तीर से घायल कमलनाथ
अब तो यह तय हो ही गया है कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक भाजपा की रणनीति है । भाजपा के वायरस ने मध्यप्रदेश की सरकार को संकट में डाल दिया है । कभी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी जैसा नेता भी इस वायरस की चपेट में आ सकता है…
डिजिटल इंडिया में सबसे बड़ा झोल
ऑनलाइन ठगों से सावधान एक तरफ डिजिटल इंडिया की बात कहकर तथा ऑनलाइन ट्रांजेक्सन को बढ़ावा देने की बात कही जाती है कि कैशलेस ट्रांजेक्शन होंगी तभी डिजिटल इंडिया बनेगा, व्यापार करना, लेनदेन करना सुगम हो जाएगा । ठीक है, सच भी है, आजकल ऑनलाइन ट्रांजेक्सन को और अधिक बढ़ावा देने के लिए बाजार में…
विश्व महिला दिवस पर हार्दिक बधाई
नारी शक्ति ने अपनी योग्यता, क्षमता का लोहा सभी क्षेत्रों में मनवा रखा है, अब वह कहाँ किसी से कम है. शिक्षा, व्यापार, साहित्य, खेल, विज्ञानं, नौकरी ….. प्रत्येक क्षेत्र में नित नए आयाम लिख रही हैं . अनुराधा प्रकाशन परिवार के लिए यह गर्व का विषय है कि हमें नारी शक्ति का स्नेह, आशीर्वाद,…
नफरत की लाठी तोड़ो
मनमोहन शर्मा ‘शरण’ (प्रधान संपादक) मार्च के प्रथम पखवाड़े में ‘होली’ त्यौहार है । बात ‘होली’ की करूँ या जो दिल्ली में ‘हो + ली’, उसकी करूँ । संपादकीय लिखते समय यही विचार मेरे मन में उपज रहा है । ‘होली’ त्यौहार आपसी मेलजोल एवं सद्भावना को बढ़ावा देने वाला है, आप सभी को इस…
हो रँग यही अब फागुन का
कविता मल्होत्रा (स्तंभकार-उत्कर्ष मेल) वसँत ऋतु ने अब के बरस ये कैसी दस्तक दी है, चारों तरफ रक्त-रँजित फाग का मँज़र है। कहाँ गया वो मौसम जब हर पखवाड़ा वृँदावन की पावनता से महकता था। आखिर एैसा क्या हो गया कि आज सर्वोत्तम योनि पाकर भी मानव अपनी ही चाल भूल गया है। क्यूँ चाहिए…