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होली

खेल रहे सब गली गली में  साथ अबीर की झोली है। गाते और झूमते सब जन  साथी आज तो होली है। हाथ लिए पिचकारी डोले तरह तरह के रंग साथ में। भाग रहा कोई आगे आगे पीछे रंग ले कोई हाथ में। बहुत दिनों के बाद सजी सबके ही द्वार रंगोली है। कान्हा औ गोपाल…

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

नारी है भारत की शान  बढ़ाती है जग में सम्मान  सनातन ग्रंथ पढेगी  नया इतिहास गढ़ेगी । जानकी है शक्ति का नाम जिनसे बने राम है राम सावित्री के पति सत्यवान छीन के लाई यम से प्राण।  ब्रह्मा और विष्णु महेश परीक्षा लेने गए विशेष अनसूया सी पावन नार बनाकर बालक झूले डार। राधा मीरा…

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बेटियों पर अत्याचार : कुशलेन्द्र श्रीवास्तव

बेटियों पर बढ़ती दरिंदगी, आखिर समाज को हो क्या गया है ? यह प्रष्न तो अब स्वाभाविक रूप् से सामने आने लगा है । व्यक्ति इतना दरिंदा भी हो सकता  है ? समाज के इस घिनौने रूप् की कभी कल्पना भी किसी न की होगी । एक के बाद एक घटनायें घटती जा रही हैं…

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सिसकते मानव अंश

शहर का सारा कूड़ा एक बड़े सुनसान इलाके में इकट्ठा किया जाता है। जहां कूड़े के पहाड़ बन गए हैं। उसी कूड़े में पड़े हुए कुछ मानव भ्रूण सिसक रहे हैं। एक दूसरे से बात करके अपना मन कुछ हल्का कर रहे हैं। एक कन्या भ्रूण दूसरी कन्या भ्रूण से बात करते हुए कहती है…

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राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है : महात्मा गांधी

महात्मा गांधी ने अदालती कामकाज में भी हिन्दी के इस्तेमाल की पुरजोर पैरवी की थी। वे कहते थे, देश की उन्नति के लिए राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि अपनों तक अपनी बात हम अपनी भाषा द्वारा ही पहुंचा सकते हैं। अपनों से अपनी भाषा में बात करने में…

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विकसित भारत का लक्ष्य पाने के लिए स्थिर सरकार जरूरी”: वित्त मंत्री

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘जब तक जीडीपी नहीं बढ़ेगी, हम अर्थव्यवस्था की मांगों को पूरा नहीं कर पाएंगे. हमें निवेश एवं सेवाओं को बढ़ाने, शैक्षणिक संस्थानों और लोगों को घर खरीदने एवं कारोबार शुरू करने के लिए धन की जरूरत होती है.’ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि वर्ष…

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तेरा क्या होगा कालिया…… ! – कुशलेन्द्र श्रीवास्तव

‘‘तेरा क्या होगा कालिया’’ कोई कह नहीं रहा है पर कहता हुआ सा दिखाई दे रहा है । चुनाव चल रहे हैं और चुनाव में ‘‘बोल वचन’’ भी चल रहे हैं और बोल वचनों का अंत ऐसी ही सोच के साथ होता है । आदमी बोलते समय सब कुछ भूल जाता है जो मन में…

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गांधी जयंती व शास्त्री जयंती पर स्वच्छता अभियान प्रारम्भ

  गन्तव्य संस्थान , भारतीय प्राकृतिक चिकित्सक संघ , सर्वधर्म वेलफेयर सोसायटी, अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद , एवं रेजिडेंशियल वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में 2 अक्टूबर 2023 को प्रातः 9 बजे स्वच्छता अभियान के तहत सफाई का कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर बच्चों के साथ साथ बड़ों ने भी इलाके में सफाई…

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साहित्यिक गुरुओं , अध्यात्मिक जगद्गगुरु एवं साहित्यिक विभूतियों ने किया 11 पुस्तकों का लोकार्पण

नयी दिल्ली ( 8 जुलाई (शनिवार), गाँधी शांति प्रतिष्ठान , आई टी ओ, दिल्ली में अनुराधा प्रकाशन द्वारा पुस्तकों का लोकार्पण, काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया , आयोजन में प्रयाग पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी ओंकारानंद सरस्वती जी महाराज , प्रोफेसर (ग्रुप कैप्टेन) ओ पी शर्मा जी (महानिदेशक-महर्षि विश्विद्यालय, नॉएडा), श्री पवन…

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गुलाबी/काला/ सफेद..

कई दिनों से!दिन क्या महीनों से बंद हूँ।न खुलकर सांस ले पा रहा हूँ,न ही रोशनी की किरण ही मुझ तक पहुँच रही हैं।दम घुट रहा है।              शायद उसके कदमों की आहट है। पता नहीं आज क्या करेगा? मुझे निकालेगा या मुझ जैसे और साथियों को यहाँ बंद कर देगा। हे ईश्वर!                हाँ…

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