नोएडा में 26 जनवरी से 30 जनवरी तक नाट्य-उत्सव का आयोजन किया गया। यह जाने-माने लेखक, इतिहासकार, अभिनेता और फिल्मकार दिनेश कपूर और नोएडा प्राधिकरण के सानिध्य द्वारा सेक्टर 91 के पंचशील कॉलेज के 700 सीट वाले अडिटोरियम में संयोजित किया गया। इस प्रकार का यह पहला आयोजन था। दिनेश कपूर मानते हैं की गंभीर नाट्य-कला लुप्त हो रही है। आज की पीढ़ी के सम्मुख कोई विकल्प नहीं, सिवाय मोबाईल और फिल्मों के। थिएटर, कला की अभिव्यक्ति का एक ऐसा सशक्त साधन है जिसमें समाज की विचारधारा बदलने की क्षमता है। इसे जीवंत रखने की जरूरत है। इस दिशा में यह दिनेश कपूर का पहला कदम है जिसे फेस्टिवल में आए दर्शकों और प्रबुद्ध जनों ने मुक्त कंठ से सराहा और इसके लक्ष्य तक पहुँचने के कामना की।
इसमें कला के सभी रंग नाटकों, संगीत, कहानी कहने, हास्य, कवि-गोष्ठी, नृत्य-नाटिका इत्यादि द्वारा प्रस्तुत किए गए। इस आयोजन का उद्देश्य नोएडा में कला का एक ऐसा केंद्र स्थापित करना है जैसा दिल्ली के मंडी हाउस में है। ईश्वर हमारी सदियों की इस कला-संस्कृति को बनाए रखे!
दिनेश कपूर