नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जुलाई रविवार को कारगिल युद्ध विजय की 20वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर विजय ज्योति जलाई और इस ‘विजय ज्योति’ को उन्होंने भारतीय सेना को सुपुर्द किया। रक्षामंत्री ने सेना प्रमुख और परमवीर चक्र विजेता सूबेदार संजय कुमार के साथ सेना के सर्वश्रेष्ठ शूटर सूबेदार जीतू राय को मशाल सौंपी।
सेना के उत्कृष्ट खिलाड़ी तथा युद्धवीर ‘विजय ज्योति’ को उत्तर भारत के नौ बड़े शहरों से गुजरते हुए कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) के अवसर पर जम्मू एवं कश्मीर के द्रास पहुंचेंगे और कारगिल युद्ध समारक पर जल रही चिरकालिक ज्योति में उसको मिलाएंगे।
इस अवसर पर सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और लेह स्थित अग्नि एवं आवेश कोर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई. के. जोशी भी मौजूद थे।
यह मशाल तांबा, कांसा और लकड़ी से बना है। इसके ऊपरी हिस्से में धातु से ‘अमर जवान’ उकेरा गया है, जबकि निचले हिस्से में सोना के 20 बेलबूटे लगाए गए हैं, जो कारगिल विजय के गौरवमय बीसवें साल के प्रतीक हैं।