महारानी एँक्लेव हस्तसाल उत्तम नगर में 2019 से कार्यरत वात्सल्य सामाजिक सँस्था में 26 मार्च 2021 को वात्सल्य के सौजन्य से अनुराधा प्रकाशन के बैनर तले युवा साहित्यकार चितरंजन भार्गव (जिसकी उम्र मात्र 13 वर्ष है ) की पुस्तक का लोकार्पण मनमोहन शर्मा जी के कर कमलों से किया गया। मनमोहन शर्मा ‘शरण’ ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक प्रचलित कहावत है “पूत के पाँव पालने में भी पहचान लिया जाते हैं’ इसी प्रकार चितरंजन ने साहित्य के क्षेत्र में अपना पहले कदन इतना सशक्त रखा है कि इतने छोटे बालक से आप जीवन मूल्यों की, समाज की, मिलकर चलने की न सिर्फ बात कर रहा है अपितु संधर्ब के साथ समझा रहा है , भविष्य में एक बड़े/नामचीन साहित्यकार के अक्स नजर आते हैं इस बालक में, विशेषकर ‘वात्सल्य’ की पनाह में सभी वसुधैव कुटुम्बकम का ताना बना बुनते हैं , सीखते हैं, अमल करते हैं
होली मिलन समारोह के अवसर पर साहित्यिक गोष्ठी का शुभारम्भ किया गया, जिसमें बच्चों ने रँगारँग प्रस्तुति के साथ-साथ अपने अँदर के साहित्यिक रचनाकारों का परिचय देते हुए बेहद उम्दा विचार साझा किए। मनमोहन शर्मा जी ने साहित्यिक गोष्ठी में वात्सल्य के बच्चों और बड़ों के साथ उत्कृष्ट विचारों का आदान प्रदान किया।
माँ शारदे की पावन ज्योति से वात्सल्य का आँगन प्रकाशित हुआ।