बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीरी फाइल्स’ की तारीफ के बीच इसे लेकर रालनीतिक विवाद भी जारी है। इस फिल्म को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) दो-फाड़ दिख रहा है। एनडीए के घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को आतंकवादियों की गहरी साजिश (Terrorist Conspiracy in the film) बताया है। इसपर बिहार की नीतीश सरकार में भारतीय जनता पार्टी कोटे से मंत्री आलोक रंजन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
मांझी के बयान पर बीजेपी कोटे के मंत्री का पलटवार
बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री डा. आलोक रंजन ने जीतन राम मांझी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इससे हर देशवासी को कष्ट हुआ होगा। फिल्म के आतंकी कनेक्शन की बात बिल्कुल गलत है। उन्हें ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। मंत्री ने कहा कि फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीर की सच्चाई को देश के सामने लाया है।
मांझी का आरोप: फिल्म का आतंकवादी कनेक्शन
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया कि यह आतंकियों की गहरी साजिश का परिणाम हो सकता है। इस फिल्म को दिखाकर आतंकवादी संगठन कश्मीरी ब्राह्मणों के मन में डर पैदा रहे हैं, ताकि वे दोबारा कश्मीर में वापस नहीं जाएं। जीतन राम मांझी आगे लिखते हैं कि इस फिल्म की यूनिट सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच होनी चाहिए।
फिल्म कश्मीरी पंडितों की कहानी दर्शाती है फिल्म
ज्ञात हो कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ आतंकवादियों के कारण कश्मीरी पंडितों के अपने घरों से पलायन की कहानी है। इसमें कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्मों को दर्शाया गया है। फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार, चिन्मय मंडेलकर, अमान इकबाल, भाशा सुम्बली, प्रकाश बेलावाड़ी तथा मृणाल कुलकर्णी आदि कलाकारों ने अभिनय किया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार ने फिल्म की तारीफ की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी इसकी प्रशंसा कर चुके हैं। बिहार समेत एनडीए शासित कई राजयों में इस फिल्म को टैक्स फ्री किया गया है। ऐसे में एनडीए के हीं नेता जीतन राम मांझी का इसके विरोध में बयान देने के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं।